इंदौर ।  गुरुवार सुबह से शहर में बादल छाए रहे और दोपहर 11 बजे बाद शहर में एकाएक तेज बौछारें शुरू हुई। इस दौरान बादलों की गरज-चमक भी देखने को मिली। इसके कारण शहर के अधिकांश हिस्सों में सड़कें पानी से लबालब हो गई और जलजमाव भी हुआ। रीगल स्थित मप्र पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के वेदर स्टेशन पर में 11 से दोपहर एक बजे तक 25 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। वहीं एयरपोर्ट स्थित मौसम केंद्र के अनुसार शहर में 10.22 से 11.30 बजे तक 34 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। इस बारिश के साथ औसत कोटा पूरा कर लिया है। इंदौर में चार महीनों (जून से सितंबर तक) में 929.4 मिमी है। गुरुवार को 12 बजे तक शहर में औसत कोटा 942.2 मिमी हो गया है, जो औसत से ज्यादा है। सितंबर के पहले दिन ही इंदौर में इस मानसून काल की औसत बारिश का कोटा पूरा हुआ। गुरुवार सुबह से इंदौर में बादल छाए रहे और दोपहर 11 बजे बाद शहर में एकाएक तेज बौछारें शुरू हुई। इसके कारण शहर के अधिकांश हिस्सों में सड़कें पानी से लबालब हो गई और जल जमाव भी हुआ। इंदौर संभाग में इंदौर जिले के अलावा धार, खरगोन व झाबुआ जिलो में भी मध्यम वर्षा हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शुक्रवार को भी इंदौर में इसी तरह दोपहर बाद तेज बौछारे पड़ सकती है। बुधवार देर रात शहर के कुछ इलाकों में बारिश भी हुई। इससे तापमान में कुछ गिरावट देखने को मिली। वहीं बुधवार को सूरज निकलने के साथ कुहासा छंटता गया और द्श्यता बढ़ी।

सितंबर माह में कम होगी वर्षा, सताएगी गर्मी व उमस

वर्तमान में कोई मजबूत सिस्टम न होने के कारण कुछ दिनों से इंदौर में वर्षा की गतिविधियों में कमी दिखाई दे रही है। इस बार सितंबर में ज्यादा दिनों तक गर्मी व उसम सताएगी। इंदौर में इस वर्ष जुलाई व अगस्त माह में औसत से अधिक वर्षा हुई है। मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि इस माह में इंदौर में औसत से कम वर्षा होगी। हालांकि अगस्त में औसत से ज्यादा वर्षा हो चुकी है कि ऐसे में वर्ष की औसत वर्षा (929. 4 मिमी) का कोटा पूरा होने के लिए अब 21.2 मिमी वर्षा की ही जरूरत है। सितंबर में ही कोटा पूरा हो जाएगा। इस वर्ष मानसून की शुरुआत में जून माह में जहां औसत से कम वर्षा हुई थी, वहीं मानसून के विदा होने के पहले सितंबर माह में भी वैसी ही स्थिति बन रही है। भोपाल स्थित मौसम केंद्र के विज्ञानियों के मुताबिक गुरुवार को हल्के बादल छाए रहने के साथ शहर के कुछ हिस्सों में दोपहर बाद हल्की वर्षा होने की संभावना है। इस वर्ष उत्तर पश्चिम भारत से सितंबर के पहले सप्ताह में मानसून की विदाई होने की संभावना है। ऐसे में इंदौर सहित प्रदेश से भी इस बार मानसून तय समय से पहले विदा हो सकता है।