इस्लामाबाद । पाकिस्तान ने कहा अमेरिकी सरकार ने वाशिंगटन में पाकिस्तानी राजदूत के रूप में सरदार मसूद खान  की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। हाल में एक वरिष्ठ अमेरिकी सांसद ने राष्ट्रपति जो बाइडन से मसूद की नियुक्ति को मंजूरी नहीं देने का अनुरोध किया था और मसूद पर 'आतंकवादियों का हमदर्द' होने का आरोप लगाया था। मसूद पहले पिछले साल अगस्त तक पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के 'राष्ट्रपति' के रूप में कार्य कर चुके हैं। 
उन्हें नवंबर में अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत के रूप में नामित किया गया था। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता असीम इफ्तिखार ने एक बयान में बताया कि अमेरिकी सरकार ने वाशिंगटन में पाकिस्तान के राजदूत के रूप में सरदार मसूद खान की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। कुछ दिनों पहले अमेरिकी सांसद स्कॉट पेरी ने राष्ट्रपति जो बाइडन को पत्र लिखकर उनसे पाकिस्तान के अगले राजदूत के रूप में मसूद खान की नियुक्ति को खारिज करने की अपील की थी। उन्होंने मसूद खान के लिए 'जिहादी' शब्द का इस्तेमाल किया था। पाकिस्तान ने जिन मसूद खान को अमेरिका में अपना नया राजदूत बनाया है, वह 'हिजबुल समर्थक' हैं। अपने पत्र में अमेरिकी सांसद स्कॉट पेरी ने लिखा मैं यह जानकर उत्साहित हूं कि विदेश मंत्रालय ने कथित तौर पर मसूद खान को पाकिस्तान से नए राजदूत के रूप में मंजूरी देने पर रोक लगा दी है, लेकिन सिर्फ रोक लगाना पर्याप्त नहीं है।
उन्होंने लिखा मैं आपसे आग्रह करता हूं कि मसूद खान की ओर से आपके सामने प्रस्तुत किए गए किसी भी राजनयिक प्रमाण पत्र को अस्वीकार कर दें। अमेरिका में राजदूत के लिए पाकिस्तान की पसंद मसूद खान एक कट्टरपंथी हैं। उन्होंने कश्मीर में मारे गए आतंकियों को 'मसीहा' बताया था। पेरी ने लिखा था कि मसूद खान ने हिजबुल मुजाहिदीन सहित आतंकवादियों और विदेशी आतंकवादी संगठनों दोनों की प्रशंसा की है। 
अमेरिकी सांसद ने कहा मसूद खान ने युवाओं को हिजबुल मुजाहिदीन के पूर्व कमांडर बुरहान वानी जैसे जिहादियों की तरह बनने के लिए प्रोत्साहित किया, जिन्होंने जिंदगी भर भारत के खिलाफ जंग लड़ी। उन्होंने अपने पत्र में लिखा मसूद खान ने हिजबुल मुजाहिदीन पर प्रतिबंध लगाने के लिए 2017 में अमेरिका के खिलाफ बयान दिए थे।