खरगोन।   यह शहर आपका है। शांति-व्यवस्था कायम रखना प्रशासन की जिम्मेदारी है। आप सुरक्षित हैं। बदमाशों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस चौकियां खोली जाएंगी। पुलिस जवान तैनात रहेंगे। मकानों की दीवारों पर हेल्पलाइन नंबर लिखवाए जाएंगे और हर मोहल्ले से दो-दो लोगों की सूची बनाकर वास्तविक स्थिति की जानकारी ली जाएगी। यह बातें बुधवार को कलेक्टर अनुग्रहा पी ने कहीं। वह उपद्रवग्रस्त क्षेत्र में लोगों द्वारा मकान बेचे जाने की सूचना लिखे जाने के बाद पीड़ित परिवारों से चर्चा कर रही थीं। उल्लेखनीय है कि रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान संजय नगर क्षेत्र में पथराव और आगजनी हुई थी। इसके बाद रहवासियों ने अपने मकान बेचने संबधी सूचना दीवारों पर लिख दी। नईदुनिया में यह खबर प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद प्रशासनिक अधिकारी प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे और लोगों को समझाइश दी गई। उधर बुधवार शाम तक छह और आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। इसके पूर्व 95 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके थे। जिनमें से 89 को न्यायालय में पेश किया जा चुका है।

कर्फ्यू में छूट का आदेश इंटरनेट मीडिया पर

बुधवार सुबह अपर जिला दंडाधिकारी के हस्ताक्षरित एक आदेश इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें कर्फ्यू में सुबह 10 से 12 बजे तक महिलाओं को छूट की बात लिखी थी। इससे बाजार में हलचल बढ़ गई। जबकि बुधवार सुबह हुई बैठक में तय किया गया था कि अभी किसी तरह की छूट नहीं दी जानी है। अफसरों को जैसे ही आदेश वायरल होने की जानकारी मिली तो पड़ताल की गई। पता चला कि एक कर्मचारी की गलती से गलत आदेश वायरल हो गया। इसके बाद लाउड स्पीकर से कर्फ्यू में किसी तरह की छूट नहीं दिए जाने की जानकारी दी गई।

25 स्थानों पर हुई थी आगजनी

गत 10 अप्रैल की शाम को श्रीरामनवमी पर शहर के तालाब चौक से शोभायात्रा निकाली गई थी। शुरूआत में ही जैसे डीजे बजना शुरू हुए, यात्रा पर पथराव शुरू हो गया। इसके बाद पूरी रात दंगाइयों ने शहर में उत्पात मचाया। 25 से अधिक स्थानों पर आगजनी की, 30 से अधिक लोग घायल हुए। वहीं देर रात इंदौर संभागायुक्त डा. पवन शर्मा और आइजी राकेश चौधरी ने कमान संभाली और कार्रवाई का दौर शुरू हुआ। बुधवार तक विभिन्ना स्रोतों से 200 आरोपितों की पहचान होने की बात बताई गई। इनमें से 101 को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं सोमवार को करीब 45 और मंगलवार को पांच स्थानों पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई थी।