होली को लेकर ट्रेनों के साथ ही रोडवेज बसों में सीटों को लेकर मारामारी शुरू हो गई है। झारखंड, बिहार, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, ओडिशा आदि राज्यों में जाने वाली बसें पूरी तरह से पैक हो गई है। तीन दिन बाद होली मनाया जाएगा। स्थानीय स्तर पर लोगों ने जहां इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं तो वहीं खरीदारी को लेकर बाजारों में भी भीड़ उमड़ रही है। वहीं दूर-दराज शहरों में रह रहे नौकरीपेशा वर्ग ने भी त्योहार मनाने के लिए घर वापसी शुरू कर दी है।

ऐसे में रेलवे स्टेशन के साथ ही बस स्टैंड में भी यात्रियों की दिन भर भीड़ लग रही। खासतौर पर उत्तर भारत जाने वाली बसों में वेटिंग चल रही। इन राज्यों के लिए रायपुर से रोजाना करीब 50 बसें चलती हैं। लेकिन, त्योहारी सीजन को देखते हुए लोगों की भीड़ लगातार बढ़ रही है। इसके चलते 15 से 20 प्रतिशत तक किराया बढ़ाकर यात्रियों से लिया जा रहा है। बस आपरेटरों का कहना है कि होली को देखते हुए बसों में भीड़ बढ़ रही। जरूरत पड़ने पर बसों की संख्या भी बढ़ाएंगे।

स्टूल लगाकर ले जाने की तैयारी

बसों में होली को लेकर दो दिनों से यात्रियों की इतनी भीड़ है कि इसके लिए बस संचालक स्टूल की व्यवस्था कर रहे हैं। भाठागांव बस स्टैंड से बिहार, झारखंड राज्य की ओर जाने वाली अधिकांश यात्री बसों में यात्रियों की भीड़ बढ़ने पर अधिक यात्रियों को ले जाने के लिए बसों में दोनों साइड की सीटों वाली एरिया के बीच बची गैप में स्टूल लगाया जाएगा। इसकी जानकारी एजेंट पहले ही यात्रियों को दे रहे, उनकी हामी मिलने के बाद यात्रियों को टिकट दे रहे।

इन शहरों में जाने वाले यात्रियों की संख्या अधिक

रायपुर से गढ़वा, रेहला, डाल्टेनगंज, रांची, पटना, गया, भागलपुर, बिहार शरीफ, औरंगाबाद, शेरघाटी, रानीगंज, डोभी, शेखपुरा, बरबिघा, नवादा आदि जगहों पर जाने सबसे अधिक यात्री बस स्टैंड पहुंच रहे हैं। यात्रियों ने बताया कि ट्रेनों में भी इन जगहों पर जाने के लिए लोगों की परेशानी बढ़ गई है। सीट फुल होने के बाद ट्रेनों में तत्काल टिकट की बुकिंग बंद है।

1200 का टिकट 2000 में

रविंद्र तिवारी ने बताया कि गढ़वा रोड जाने के लिए एक सीट 1000 से 1200 रुपये में मिल जाती थी, इसके लिए उन्हें दो हजार रुपये देना पड़ा। कमोबेश ऐसी ही स्थिति उन सभी लोगों की है जो अपने घरों से दूर कमाने रायपुर आए हुए हैं। होली में झारखंड, बिहार जाने वाले यात्रियों की संख्या इतनी अधिक है कि सभी ट्रेनों की सीटें 24-25 मार्च के लिए फुल हो चुकी है और वेटिंग लिस्ट 100 पार पहुंच गया है। वहीं यात्री बसों में 23 व 24 मार्च के लिए एडवांस बुकिंग चल रही है।

इतना वसूल रहे किराया

बसों में यात्रियों की भीड़ को देखते हुए बस आपरेटर रायपुर से लखनऊ और वाराणसी का किराया 1300 से 1500 रुपए, पटना और बोधगया का 1800 से 2000 रुपए, सासाराम का 1000 से 1400 रुपए, रांची, भुवनेश्वर, जगन्नाथपुरी का 1500 से 1800 रुपए और संबलपुर का किराया प्रति व्यक्ति 400 से 700 रुपए वसूल रहे। यहीं नहीं जैसे-जैसे यात्रियों की भीड़ बढ़ रही है, उसे देखते हुए एजेंट मनमाना किराया तय करके पैसे ले रहे है। होलिका दहन के दूसरे दिन रंगोत्सव में अधिकांश अंतरराज्यीय बसों का संचालन बंद रहने के कारण लोगों की रवानगी का सिलसिला पिछले एक हफ्ते से चल रहा है।

आफलाइन टिकट का कर रहे प्रयास

ट्रेन की बुकिंग के लिए रेलवे स्टेशन में भीड़ ट्रेनों की बुकिंग आनलाइन में नहीं होने की वजह से अधिकतर लोग आफलाइन में प्रयास कर रहे हैं। रेलवे स्टेशनों में लोगों की भीड़ बढ़ रही है। 23 व 24 मार्च तक सभी एक्सप्रेस ट्रेने फुल होने के वजह से लोग एक हफ्ते पहले ही घर जाने की योजना बनाकर टिकट बुक कराया था। इसके कारण झारखंड, बिहार और उत्तरप्रदेश जाने वाली ट्रेनों में लगातार भीड़ बढ़ रही है, लेकिन इन ट्रेनों में यात्रियों को सीट मिल रही है।

दोगुना किराया वसूल रहीं ट्रेवल एजेंसी

होली में अपने घर पटना जाने को बेताब यात्री सुनील यादव ने बताया कि को ट्रेन व बस में कंफर्म सीट नहीं मिल रही है। अपने बच्चों व माता-पिता के साथ उन्हें होली की खुशियां बांटनी है, जिसके लिए उन्होंने ट्रेवल एजेंसी से संपर्क साधा, लेकिन कैब के लिए मनमाना किराया एजेंसी वाले मांग रहे हैं। मजबूरी में आखिरकार सुनील को बस में दो गुना किराया देना पड़ा।

छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष सैय्यद अनवर अली ने कहा, होली पर्व को देखते हुए लंबी दूरी की अधिकांश यात्री बसों में भीड़ बढ़ने लगी है। इसके चलते अनाधिकृत एजेंट मनमाना किराया वसूली कर रहे। इसकी शिकायत परिवहन विभाग के अधिकारियों से की गई है। यात्रियों को चाहिए कि अधिक किराया देने से बचने के लिए अधिकृत बुकिंग एजेंट से ही टिकट ले।