न्यूजर्सी । एक भारतीय-अमेरिकी महिला ने न्यूजर्सी में वैध दस्तावेज के बगैर भारत से दो महिलाओं को अपने पास रखने और उन्हें उनका मेहनताना नहीं देने का जुर्म गुरुवार को कबूल लिया। न्याय विभाग ने कहा कि याचिका के समझौते के अनुसार हर्षा साहनी ने पीड़ितों को कुल 6 लाख 42 हजार 212 अमेरिकी डॉलर का भुगतान करने और एक पीड़ित के ब्रेन एन्यूरिज्म के इलाज के लिए 2 लाख अमेरिकी डॉलर के भुगतान पर सहमति जताई। साहनी ने इस रकम को इंटर्नल रेवेन्यू सर्विस (आईआरएस) को भुगतान करने पर भी सहमति जताई। दस्तावेजों के अनुसार 2013 से अगस्त 2021 तक साहनी ने अन्य लोगों के साथ मिलकर भारत से दो विदेशी नागरिकों को छिपाने और शरण देने की साजिश रची, जिन्हें साहनी ने न्यूजर्सी में अपने घर पर अपनी और अपने परिवार की मदद के लिए रखा था।