ग्वालियर ।   बस आपरेटर से छतरपुर के कारोबारियों ने ठगी की है। बस आपरेटर ने दो बसें छतरपुर के कारोबारियों को किराये पर दी थी। कुछ दिन तो बसों का किराया हर माह दिया। इसके बाद न तो किराया दिया और न ही बसें लौटाई। अब इस मामले में बस आपरेटर ने सिरोल थाने में शिकायत की है। सिरोल थाना पुलिस ने धोखाधड़ी और अमानत में खयानत की एफआइआर दर्ज कर ली है। आरोपित अभी पकड़े नहीं जा सके हैं। छतरपुर के कारोबारियों ने बस वापस मांगने पर बस आपरेटर को धमकी भी दी। सिरोल थाना क्षेत्र के अंतर्गत कोस्मो वैली हाउसिंग सोसायटी में रहने वाले जतिन पुत्र अशोक अरोरा बस आपरेटर हैं। ग्वालियर से अलग-अलग शहरों के लिए उनकी बसें चलती हैं। छतरपुर में रहने वाले प्रमोद पुत्र रमेश चंद्र खरे और उमेशचंद्र पुत्र बीपी खरे से उनकी मुलाकात हुई थी। प्रमोद और उमेशचंद्र चाचा-भतीजे बताए गए हैं। जतिन से इन लोगों ने बस किराये पर ली। दो बसें किराये पर चलाने के लिए दे दी। कुछ महीने तक तो किराया दिया, इसके बाद यह लोग किराया देने में आनाकानी करने लगे। करीब एक साल बीत जाने के बाद भी जब किराया नहीं दिया तो जतिन ने बस वापस मांगी। जब वह छतरपुर गया तो इन लोगों ने धमकी दी। इसके बाद जतिन ने शिकायत की। सिरोल थाना पुलिस ने इस मामले की जांच की। फिर बीते रोज इस मामले में धोखाधड़ी और अमानत में खयानत की धाराओं में एफआइआर दर्ज की है। सिरोल थाना प्रभारी विनय सिंह ताेमर ने बताया कि आरोपितों को पकड़ने एक टीम छतरपुर भेजी जाएगी। जल्द ही आरोपितों को पकड़ लिया जाएगा।