नई दिल्ली । उर्वरक मंत्रालय द्वारा तरल उर्वरक के उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया है। अगले साल अप्रैल 2024 तक देश के 3 प्लांटों में 18 करोड़ तरल डीएपी की बोतलों का उत्पादन शुरू हो जाएगा।
वर्तमान में दो प्लांट में उत्पादन शुरू हो चुका है। जल्द ही गांधी धाम प्लांट में उत्पादन शुरू हो जाएगा। इफको ने दावा किया है,कि वह अप्रैल 2024 तक 18 करोड़ बोतल तरल डीएपी का उत्पादन करेगी।
2022-23 में यूरिया का उत्पादन 17 फ़ीसदी कम हुआ है। डीएपी के आयात में 30 फ़ीसदी की वृद्धि हुई है। पारदीप  एवं गुजरात के कलोल में उत्पादन शुरू हो गया है। तीनों यूनिटों में अगले साल अप्रैल तक 6-6 करोड़ बोतलों का उत्पादन होगा। यह उत्पादन 90 लाख टन दानेदार डाई अमोनियम फास्फेट के बराबर होगा। देश में प्रतिवर्ष डीएपी की लगभग 145 लाख टन की मांग होती है। जबकि उत्पादन मात्र एक तिहाई हो पाता है।