चंडीगढ़ ।    पंजाब में अपने-अपने दम पर लोकसभा चुनाव लड़ने का एलान कर चुके शिअद-भाजपा ने गठबंधन की उम्मीद को छोड़ा नहीं है। इसका बड़ा कारण यह भी है कि राज्य में मतदान अंतिम चरण में होगा। ऐसे में परिस्थितियां बदल सकती हैं। शिअद व भाजपा के बीच गठबंधन को लेकर अंदरखाते बातचीत के संकेत मिले हैं। सूत्रों के अनुसार, शिअद के लिए भाजपा से गठबंधन में सबसे बड़ी परेशानी मौजूदा किसान आंदोलन है। पिछले किसान आंदोलन के कारण ही पार्टी को भाजपा के साथ अपना 24 साल पुराना गठबंधन तोड़ने पर मजबूर होना पड़ा था। उधर, भाजपा हाईकमान की तरफ से भी गठबंधन के लिए हाथ बढ़ाया जा रहा है, लेकिन उसमें भाजपा की मांग तीन के बजाय पांच सीटों की है। 

शिअद ने 22 मार्च को कोर कमेटी की बैठक बुलाई है, जिसे लेकर बताया गया है कि पार्टी इस बैठक में लोकसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीति को अंतिम रूप देगी। पार्टी सूत्रों का यह भी कहना है कि कोर कमेटी की बैठक में ही भाजपा से गठबंधन पर भी अंतिम फैसला ले लिया जाएगा। इस बार पार्टी बंदी सिंहों की रिहाई का मुद्दा उठाकर पंथक वोटों को साधने का प्रयास कर सकती है। फिलहाल शिअद की तरफ से पंजाब में किसान आंदोलन से उपजे सियासी हालात पर मंथन किया जा रहा है और पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल भी इन दिनों पंजाब बचाओ यात्रा के तहत हवा के रुख का आकलन भी कर रहे हैं।

हाईकमान ने जाखड़ की ओर से सौंपी 39 दावेदारों की सूची पर अब तक नहीं लिया निर्णय

पंजाब भाजपा के प्रधान सुनील जाखड़ पिछले सप्ताह ही दिल्ली जाकर पार्टी आलाकमान को पंजाब से 39 संभावित उम्मीदवारों के नामों की सूची सौंप आए हैं। इस पर आलाकमान ने चुप्पी साध ली है। भाजपा सूत्रों के अनुसार, शिअद से गठबंधन को लेकर अभी बातचीत चल रही है, जिस पर फैसले के बाद ही पार्टी अपने पत्ते खोलेगी। 

पंजाब संसदीय चुनाव में पहली बार सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ने का घोषणा कर चुकी भाजपा को सूबे में जीतने योग्य चेहरे नहीं मिल रहे हैं। जाखड़ ने जिन 39 नामों की सूची आलाकमान को दी है, उसमें भी कांग्रेस और अकाली दल से आए कुछ नेताओं के नाम हैं। यह भी पता चला है कि अगर शिअद से गठबंधन नहीं होता तो भाजपा आलाकमान अपने राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित नेताओं को पंजाब में टिकट दे सकती है। फिलहाल भाजपा ने गठबंधन के प्रयासों के बीच शिअद से पांच सीटें देने की पेशकश की है। दोनों दलों में पिछले गठबंधन में शिअद 10 और भाजपा 3 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ती रही हैं।
 
शिअद कोर कमेटी की बैठक 22 को, चुनाव के लिए रणनीति पर होगा फैसला

पंजाब में लोकसभा चुनाव को लेकर शिरोमणि अकाली दल (शिअद) कोर कमेटी की बैठक 22 मार्च को होगी। सोमवार को सोशल मीडिया पर पार्टी के सीनियर नेता और प्रवक्ता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने यह जानकारी दी। डॉ. चीमा के अनुसार, 22 मार्च को दोपहर 2.30 बजे चंडीगढ़ स्थित शिअद मुख्यालय में होने वाली उक्त बैठक के दौरान, पार्टी के सीनियर नेता आगामी लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति को अंतिम रूप देंगे। 

चीमा ने एक्स पर पोस्ट डाली कि कोर कमेटी की बैठक पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल की अध्यक्षता में होगी। बैठक में लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति पर विस्तार से चर्चा के बाद अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके अलावा बैठक में देश के मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा में होगी। उधर, पार्टी सूत्रों का कहना है कि भाजपा के साथ फिर से गठबंधन की संभावनाओं पर भी इस बैठक में चर्चा होगी क्योंकि इस संबंध में दोनों ही दलों के बीच बातचीत जारी है।