मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में पाबंदियां बढ़ाने पर फैसला ले सकते हैं। आज दोपहर 3 बजे CM ने बैठक बुलाई है। स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा है कि स्कूल-कॉलेज खुले रहेंगे या नहीं, यह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तय करेंगे। बैठक में मंत्री, सभी कलेक्टर, SP, कमिश्नर, IG, प्रभारी अधिकारी हिस्सा लेंगे। प्रदेश स्तर पर बढ़ते संक्रमण की समीक्षा की जाएगी।

मध्य प्रदेश में 24 घंटे में 2317 संक्रमित मिले हैं। इंदौर में 645, भोपाल में 489, ग्वालियर में 328 तो जबलपुर में 192 नए संक्रमित मिले। इन्हीं चार शहरों में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं और यही प्रदेश के सबसे बड़े हॉटस्पॉट हैं। ग्वालियर में जज भी पॉजिटिव आए हैं। भोपाल में 27 बच्चे संक्रमित मिले हैं। उज्जैन में 93 और रतलाम में 44 मरीज आए हैं।

भोपाल के पूर्व सांसद आलोक संजर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पूर्व सांसद ने बताया कि उनको गले मे खरास और एक दिन हल्की सी खांसी आई थी। जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आई। वह होम आइसोलेशन में है। संजर पहली लहर में सितंबर 2020 में संक्रमित हो चुके हैं। तब उनको लंबे समय तक हॉस्पिटल में भर्ती रहना पड़ा था। वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके हैं। भोपाल में कोलार हॉटस्पॉट बनता जा रहा है। यहां 210 संक्रमित मिले हैं। गोविंदपुरा में 112 ओर बैरागढ़ में 56 मरीज मिले हैं।

ग्वालियर में संक्रमितों में JAH के 7 डॉक्टर, MITS की विभागाध्यक्ष व उनके पति, GRP थाने में पदस्थ आरक्षक सहित 13 जवान, SAF के 2 जवान, CRPF कैंप के 3 जवान, कलेक्ट्रेट में पदस्थ ऑपरेटर, स्मॉर्ट सिटी के PRO समेत तीन मरीज शामिल हैं। इसके अलावा ADJ कोर्ट के एक न्यायाधीश भी संक्रमित निकले हैं। राहत की बात यह है कि जिले में कोरोना के 20 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। इसमें से सिर्फ एक मरीज को ही ऑक्सीजन देनी पड़ रही है। यह मरीज अस्थमा के रोग से पीड़ित है।

16 जनवरी को जबलपुर में होने वाला राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, महाकौशल प्रांत का स्वातंत्र्य नाद कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है। इस प्रांत शिविर में महाकौशल इलाके के सभी स्वयंसेवकों को जुटना था। अब सिर्फ सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत पूर्व से तय यात्रा क्रम के अनुसार 16 जनवरी को सुबह करेली पहुंचेंगे। नर्मदा परिक्रमा पर निकले संत स्वामी उत्तमजी से भेंट करेंगे। जबलपुर में कुछ स्वयंसेवक परिवारों से मुलाकात करेंगे। 17 जनवरी की सुबह रवाना हो जाएंगे।

ओरछा मंदिर में दर्शनाथियों की लिमिट फिक्स

कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए ओरछा मंदिर में दर्शन व्यवस्था में बदलाव कर दिया गया है। कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने श्री रामराजा मंदिर ओरछा में बदली व्यवस्था को लेकर आदेश जारी कर दिए हैं। आदेश में 7 बिंदुओं को शामिल किया गया है। मंदिर में सिर्फ एक हजार भक्तों को रोजाना एंट्री मिलेगी। सुबह 500 और शाम को 500 भक्त रामराजा के दर्शन कर सकेंगे। दर्शन के लिए ऑनलाइन पंजीयन की व्यवस्था की गई है। यह आदेश 13 जनवरी 2022 से आगामी आदेश तक प्रभावशील रहेगा।

कलेक्टर और आईजी को लगा बूस्टर डोज

कलेक्टर अविनाश लवानिया, आईजी ग्रामीण इरशाद वली और जिला पंचायत सीईओ विकास मिश्रा के साथ जिला प्रशासन के अधिकारियो ने बूस्टर डोज लगवाया। कलेक्टर परिसर पर विशेष रूप से सजाया गया है।