भोपाल । प्रदेश सरकार द्वारा 50 प्रतिशत कमीशन लेने के आरोपों पर कांग्रेस नेताओं के खिलाफ दर्ज मामले को लेकर क्राइम ब्रांच की पुलिस उपायुक्त श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि जिन धाराओं में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत जिन कांग्रेस नेताओं पर एफआइआर दर्ज की है, उन सभी में सजा सात साल से कम की है, इसलिए उनकी सामान्य गिरफ्तारी नहीं होगी। एक नोटिस दिया जाएगा। उसके बाद कोर्ट में कार्रवाई पूरी की जाएगी। आगे की कार्रवाई के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की जा रही है। उसके बाद तय करेंगे कि उनको नोटिस देना है या सूचना देकर बुलाया जाना है।  पुलिस उपायुक्त ने जानकारी दी कि ठेकेदारों से 50 प्रतिशत कमीशन मांगे जाने का पत्र लिखने वाले ज्ञानेंद्र अवस्थी के बारे में पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिल रही, इसी कारण पत्र को फर्जी बताया जा रहा है। पत्र पर लघु एवं मध्यम श्रेणी संविदाकार नामक जिस संघ का उल्लेख है उसका पंजीयन भी नहीं नहीं मिला है। भाजपा नेताओं ने शनिवार को आरोप लगाया था कि मप्र में अधिकारियों ने ठेकेदारों से 50 प्रतिशत कमीशन मांगने का पत्र इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था। उसे कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश व अरुण यादव, कांग्रेस नेत्री शोभा ओझा ने ट्वीट कर साझा किया था, जो कि भाजपा की छवि धूमिल करने का प्रयास है। इसी मामले में एफआइआर दर्ज की है। इसी मामले को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।