नरसिंहपुर ।   केरपानी गांव में भरा नर्मदा की बाढ़ का पानी, गांव के बाजार, खिरका मोहल्ले में बनी करीब 35 और दुकानों 30 से ज्यादा घरों में पानी, गृहस्थी का सामान लेकर ग्रामीण परिवार ऊंचे स्थानों पर पहुंचे। दो दिन हुई लगातार वर्षा और बरगी से पानी छोड़े जाने से नर्मदा और उसकी सभी सहायक नदियां उफान पर हैं। शुक्रवार की रात शनिवार की पूर्वान्ह तक वर्षा जरूर थमी हुई है लेकिन नर्मदा की बाढ़ ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। जिला मुख्यालय से करीब 45 किमी दूर नर्मदा के तटीय ग्राम केरपानी में नर्मदा की बाढ़ का पानी भर गया है। जिससे गांव के 30 से 40 परिवार बेघर हो गए हैं। गांव के बाजार मोहल्ला, खिरका मोहल्ला में नर्मदा की बाढ़ का कई फीट पानी भरा हुआ है। ग्राम के लोग परिवार और गृहस्थी का सामान लेकर गांव के ऊंचे स्थानों पर पहुंच गए है और बाढ़ कम होने का इंतजार कर रहे है।

हर वर्ष वर्षा के दाैरान गांव में नर्मदा का पानी आता है

बरगी के गेट खुलने के बाद गांव के व्यापारियों, नागरिकों ने पहले ही घर, दुकानों से अपना सामान समेट कर रख लिया था। जिससे उन्हें नुकसान न हो। इस गांव में हर वर्ष वर्षा के दाैरान गांव में नर्मदा की बाढ़ का पानी आता है। यही वजह है की गांव के कुछ लोगो ने अस्थाई ठिकाने के रूप में गांव के ऊंचे स्थानों पर भी मकान बना रखे है। गांव में पानी भरने से लोग परेशान है।

गांव की टापूनुमा बसाहट

केरपानी गांव की बसाहट टापूनुमा है। अलग अलग ऊंचे स्थानों अर्थात टापूओ पर लोगो ने मकान बना रखे है। गांव के निचले स्थान पर बाजार है। जिसमे गांव के अधिकांश व्यापारियों की दुकानें है। यही पर स्वास्थ्य केंद्र, स्कूल बना है। ग्रामीण कह रहे है की जल्दी यदि बाढ़ का पानी कम नहीं हुआ तो उन्हें अधिक नुकसान हो जाएगा।