हिंदू धर्म में कई सारे पर्व त्योहार मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता हैं लेकिन श्रावण मास में पड़ने वाली मासिक शिवरात्रि को बेहद ही खास माना जाता हैं जो कि शिव पूजा अर्चना को समर्पित होती हैं इस दिन भक्त भगवान शिव शंकर की विधि विधान से पूजा करते हैं और उपवास आदि भी रखते हैं।


 

पंचांग के अनुसार श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत पूजन किया जाता हैं इस दिन भक्त उपवास रखते हुए शिव शंकर की अर्चना आराधना करते हैं। इस बार सावन मासिक शिवरात्रि का व्रत पूजन 15 जुलाई को किया जाएगा। इस दिन व्रत पूजा करने से साधक को उत्तम फलों की प्राप्ति होती हैं, तो आज हम आपको मासिक शिवरात्रि से जुड़ी अन्य जानकारियां प्रदान कर रहे हैं, तो आइए जानते हैं।

 

मासिक शिवरात्रि पूजा का शुभ समय-
धार्मिक पंचांग के अनुसार श्रावण मास की मासिक शिवरात्रि 15 जुलाई की शाम 8 बजकर 32 मिनट से आरंभ हो रही हैं और 16 जुलाई को रात 10 बजकर 8 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। ऐसे में मासिक शिवरात्रि व्रत पूजन 15 जुलाई के दिन करना उत्तम रहेगा। मासिक शिवरात्रि पर पूजा के लिए पूरा दिन शुभ रहेगा।

 

आपको बता दें कि श्रावण मास में पड़ने वाली मासिक शिवरात्रि शिव भक्तों के लिए बेहद ही खास मानी जाती हैं इस दिन भक्त सुबह उठकर स्नान आदि करते हैं इसके बाद भगवान शिव का ध्यान करते हुए शिव शंकर को प्रणाम करते हैं इस दिन शिव मंदिर में पूजा अर्चना करना उत्तम माना जाता हैं ऐसा करने से शिव कृपा भक्तों पर बनी रहती हैं और जीवन में आने वाले सभी दुख कष्टों का अंत हो जाता हैं।