इसी साल शुरू होंगे मंदसौर, नीमच और सिवनी मेडिकल कालेज
भोपाल । नीमच, सिवनी और मंदसौर में इसी सत्र से मेडिकल कालेज शुरू करने के लिए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने दौड़-भाग तेज कर दी है। पहले तीनों जगह 150-150 सीटों में प्रवेश के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) को आवेदन किया था, पर संसाधन पूरे नहीं होने के कारण अब सौ-सौ एमबीबीएस सीटों की अनुमति के लिए विभाग प्रयासरत है। इस संबंध आयुक्त चिकित्सा शिक्षा तरुण पिथौड़े और संचालक चिकित्सा शिक्षा एके श्रीवास्तव ने गतदिनों दिल्ली में एनएमसी के अधिकारियों के साथ बैठक की। उधर, फैकल्टी के बचे पदों की भर्ती शीघ्र शुरू होगी। आचार संहिता खत्म होने के बाद पुस्तकों की खरीदी होगी। बता दें कि अभी प्रदेश में 14 सरकारी कालेज संचालित हो रहे हैं।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2018 में राजगढ़, सिंगरौली, श्योपुर, सिवनी, नीमच और मंदसौर में कालेज शुरू करने की स्वीकृति दी थी। इनमें राजगढ़ छोड़ सभी कालेज 2024-25 से शुरू करने की तैयारी थी। भवन निर्माण पूरा नहीं होने के कारण सिंगरौली और श्योपुर को अगले वर्ष सत्र शुरू करने के लिए रखा गया। बाकी तीन कालेजों के लिए तैयारी की जा रही है। एनएमसी का दल इसी माह नीमच, मंदसौर और सिवनी मेडिकल कालेज के निरीक्षण के लिए आ सकता है। इन कालेजों के भवन का काम लगभग पूरा हो गया है, पर आचार संहिता प्रभावी होने के कारण लाइब्रेरी के लिए पुस्तकों की खरीदी नहीं हो पाई है। बड़ी दिक्कत यह है कि तीनों कालेजों में अभी मापदंड से 50 प्रतिशत फैकल्टी ही हैं। एनएमसी इस पर आपत्ति कर सकती है, इसी कारण सीटों की संख्या 150 की जगह सौ की जा रही है। फैकल्टी के बचे पदों को भरने के लिए फिर से प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी है।