उज्जैन  ।  महाराष्ट्रीयन परिवारों में गुरुवार को अनुराधा नक्षत्र में महालक्ष्मी का आगमन होगा। शुक्रवार को देवी को छप्पन प्रकार के पकवानों का भोग लगाया जाएगा। शनिवार को देवी की विदाई होगी। इस दिन अनेक घरों में गणेशजी की मूर्तियों का विसर्जन भी होगा। पारंपरिक मान्यता अनुसार महालक्ष्मी भगवान गणेशजी की बहन हैं। चतुर्थी पर गणेश स्थापना के बाद भगवान गणेश अपनी बहनों को लेने जाते हैं। अनुराधा नक्षत्र में महालक्ष्मी का आगमन होता है। गुरुवार को पहले दिन नक्षत्र अनुसार महाराष्ट्रियन परिवारों में महालक्ष्मी की विधिवत स्थापना की जाएगी।

मान्यता है देवी सफर करके आती हैं, इसलिए इस दिन सादा भोजन का नैवेद्य लगाया जाता है। अगले दिन मायके में महालक्ष्मी की जमकर खातिरदारी होती है और छप्पन पकवानों का भोग लगाया जाता है। इसमें पुरणपोली, पातल भाजी, अरवी के पत्ते के भजिए, पुरी, 21 प्रकार की चटनी, दाल, चावल, खीर सहित अन्य पकवान बनाए जाते हैं। तीसरे दिन शनिवार को देवी की विदाई होगी।