भोपाल । जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) संगठन दो गुटों में बंट गया है। कांग्रेस विधायक डॉ. हीरालाल अलावा के नेतृत्व वाले जयस गुट की प्रदेश स्तरीय बैठक मंगलवार को भोपाल में आयोजित की गई। इसमें इस गुट ने आगामी विधानसभा चुनाव में 80 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े करने का फैसला किया। संगठन इन सीटों पर नए युवाओं को मौका देगा। साफ है कि 2018 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने हीरालाल अलावा अब स्वतंत्र हो गए हैं। वह अब अपने संगठन को लेकर आगे बढ़ेंगे।
जयस के राष्ट्रीय संरक्षक डॉ. हीरालाल अलावा ने बैठक के बाद कहा कि युवाओं को मिशन 2023 में नया युवा नेतृत्व तैयार करने के लिए मिलकर एक विजन और गोल तय करने के लिए निर्देशित किया गया। जयस संवैधानिक और लोकतांत्रिक दायरे में रहकर पंक्ति के आखिर में खड़े व्यक्ति की लड़ाई लड़ रहा है। हम 2023 में 80 विधानसभा सीटों पर अपनी मजबूत दावेदारी पेश करेंगे और युवाओं को विधानसभा में भेजेंगे। आज समय की मांग है कि युवा राजनीति में आएं तथा परंपरावादी और वंशानुगत राजनीति को हटाकर नए जोश जुनून से परिपूर्ण नई युवा राजनीति का आगाज हो। पिछली बार जयस के एक युवा को विधानसभा भेजा तो उसका परिणाम सब देख रहे हैं, इस बार जयस के 80 युवा विधानसभा में जाकर अंतिम पंक्ति के व्यक्ति की लड़ाई लड़ेंगे। डॉ. अलावा ने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में कुपोषण, पलायन, भुखमरी एनेमिया जैसी बीमारी है इसके खिलाफ सामूहिक लड़ाई लडऩे की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अभयारण्य, डैम समेत अन्य प्रोजेक्ट को लेकर प्रदेश में 1000 आदिवासियों के गांव को विस्थापित करने की सरकार योजना बना रही है। हम किसी गांव का विस्थापित नहीं होने देंगे। बैठक में प्रदेश के सभी जिलों के जयस के जिला अध्यक्ष एवं प्रभारी एवं पदाधिकारी शामिल हुए।
डॉ. हीरालाल अलावा ने जयस के दूसरे ग्रुप को लेकर कहा कि वह सामाजिक ग्रुप है। उस ग्रुप ने चुनाव नहीं लडऩे और जीवन भर सामाजिक बने रहने का संकल्प लिया है। उन्हें शपथ दिलाई है वह कभी राजनीति में नहीं रहेंगे। बता दें, हाल ही में जयस के ही दूसरे ग्रुप ने भोपाल में बैठक की थी। उसका राष्ट्रीय अध्यक्ष लोकेश मुजालदा बने हैं।