भारत-नामीबिया के संबंध अब जैव ईंधन और आपदा अवसंरचना सहयोग की ओर
विंडहोक (नामीबिया), प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने पांच दिवसीय विदेशी दौरे के अंतिम चरण में बुधवार को नामीबिया पहुंचे। ब्राजील यात्रा के बाद अफ्रीका की धरती पर कदम रखते ही पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय से मुलाकात की और फिर नामीबिया की संसद को संबोधित किया। अपने ऐतिहासिक भाषण में उन्होंने लोकतंत्र, विकास, स्वास्थ्य, व्यापार और पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों को छुआ।
प्रोजेक्ट चीता के लिए नामीबिया को धन्यवाद
प्रधानमंत्री मोदी ने नामीबिया द्वारा भारत को चीतों की सौगात देने पर आभार व्यक्त करते हुए कहा, "आपकी मदद से हमारे देश में चीतों को पुनः बसाया जा सका। मुझे उन्हें कुनो नेशनल पार्क में छोड़ने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। वे वहां अच्छी तरह से ढल चुके हैं और उनकी संख्या में भी वृद्धि हुई है।"
जन औषधि योजना में नामीबिया को आमंत्रण
कोविड-19 महामारी का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने संकट की घड़ी में अफ्रीका के साथ खड़ा होकर वैक्सीन और दवाएं भेजीं। उन्होंने नामीबिया को जन औषधि कार्यक्रम में शामिल होने का आमंत्रण देते हुए बताया कि भारत उन्नत कैंसर इलाज के लिए ‘भाभाट्रॉन’ मशीन की आपूर्ति करने को तैयार है।
UPI तकनीक अपनाने वाला पहला अफ्रीकी देश बना नामीबिया
पीएम मोदी ने नामीबिया को बधाई दी कि वह भारत की यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) तकनीक को अपनाने वाला पहला अफ्रीकी देश बना है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों का व्यापार 800 मिलियन डॉलर के पार पहुंच गया है और इसे और तेज़ी से आगे बढ़ाने की जरूरत है।
साझा भविष्य पर केंद्रित साझेदारी
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और नामीबिया सिर्फ अतीत की साझेदारी तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे एक साझा भविष्य की दिशा में भी आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने नामीबिया के ‘विजन 2030’ में सहयोग का भरोसा दिलाया और बताया कि 1,700 से अधिक नामीबियाई छात्र भारतीय छात्रवृत्ति और प्रशिक्षण कार्यक्रमों से लाभान्वित हो चुके हैं।
संविधान की ताकत से गरीब बना प्रधानमंत्री: मोदी
नामिबियाई संसद में संविधान की ताकत का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने कहा: “भारत का संविधान ही है, जिसने एक गरीब आदिवासी परिवार की बेटी को देश का राष्ट्रपति बनाया और मुझे, एक गरीब परिवार में जन्मे व्यक्ति को, लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का अवसर दिया। जिसके पास कुछ भी नहीं होता, उसके पास संविधान की गारंटी होती है।”
भारत ने नामीबिया के स्वतंत्रता संग्राम में निभाई थी भूमिका
प्रधानमंत्री मोदी ने याद दिलाया कि भारत ने हमेशा नामीबिया के स्वतंत्रता संग्राम का समर्थन किया। भारत के लेफ्टिनेंट जनरल दीवान प्रेम चंद ने संयुक्त राष्ट्र शांति सेना का नेतृत्व करते हुए नामीबिया में अहम भूमिका निभाई थी।
दोस्ती की मिसाल: सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्राप्त किया मोदी ने
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया सरकार की ओर से सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा गया। उन्होंने इसे दोनों देशों के बीच मजबूत और स्थायी मित्रता का प्रतीक बताया, जिसकी जड़ें समय के साथ और भी गहरी होती जा रही हैं।
प्रोजेक्ट चीता का दूसरा चरण जल्द
विदेश मंत्रालय के सचिव (आर्थिक संबंध) दम्मू रवि ने बताया कि 2022 में शुरू हुआ प्रोजेक्ट चीता अब अपने दूसरे चरण में प्रवेश करने जा रहा है। इसके तहत भारत-नामीबिया के विशेषज्ञ मिलकर भविष्य की दिशा तय कर रहे हैं।
नामीबिया में पीएम मोदी को स्टैंडिंग ओवेशन
प्रधानमंत्री मोदी के भाषण से पहले और बाद में नामीबिया की संसद ने उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन देकर सम्मानित किया। उन्होंने इसे भारतीय लोकतंत्र और वैश्विक मित्रता की जीत बताया।