हिंदू धार्मिक ग्रंथों में भगवान को घर में रखने के नियम बताए गए हैं. इन नियमों के अनुसार घर में भगवान की स्थापना करने से इसके शुभ परिणाम मिलते हैं और इंसान के जीवन में आ रही परेशानियां भी दूर होती हैं. अक्सर लोग अपने घर में शिवलिंग की स्थापना करना चाहते हैं. कई लोग ऐसे भी होंगे जिन्होंने स्थापना की भी होगी. लेकिन उनके नियमों से अनजान होते हैं. जिसका शुभ फल प्राप्त नहीं होता और पूजा दोष उत्पन्न हो जाता है. क्योंकि शास्त्रों में शिवलिंग की स्थापना से जुड़े कई नियमों का उल्लेख मिलता है. 
घर में पारद शिवलिंग स्थापित करने के नियम
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार घर में एक से ज्यादा शिवलिंग नहीं होने चाहिए. अगर आपने शिवलिंग की स्थापना की है तो आपको इसकी नियमित रूप से दोनों प्रहर की पूजा-पाठ करनी चाहिए. साथ ही जलाभिषेक जरूर करें.
घर में शिवलिंग रखते समय प्राण-प्रतिष्ठा नहीं करना चाहिए. शिवलिंग को स्थापित करने के बाद साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है.

घर में पारद शिवलिंग रखना चाहिए या नहीं?
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार घर में पारद शिवलिंग की स्थापना शुभ होती है. पारद शिवलिंग जो पारे और चांदी के मिश्रण से मिलकर बने हों वे घर में सकारात्मकता ऊर्जा उत्पन्न करते हैं. इन्हें घर में रखना बेहद शुभ होता है. इससे किसी प्रकार का कोई पूजा दोष नहीं लगता.

इसके साथ ही चांदी और पारे से बना शिवलिंग ग्रहों के लिए भी फलदाई माना गया है. ये ग्रहों की स्थिति को मजबूत करता है और इससे ग्रह दोष उत्पन्न नहीं होता है. ऐसे में घर में पारद शिवलिंग की स्थापना जरूर करनी चाहिए.
वहीं पारद शिवलिंग की घर में स्थापना करने से चंद्रमा मजबूत होता है और इससे शुभ परिणाम मिलते है. क्योंकि चांदी का संबंध चंद्रमा से होता है. ऐसे में व्यक्ति की मानसिक शांति बनी रहती है और उसमें फैसले लेने की क्षमता बढ़ जाती है.