भोपाल । पीथमपुर में भारतमाला परियोजना के तहत बनने वाले मल्टीमॉडल हब का निर्माण शुरू होने में अभी कम से कम महीनेभर का वक्त और लगेगा। फरवरी में अफसरों ने उम्मीद जताई थी कि महीनेभर में हब के लिए जमीन मिल जाएगी और उसके बाद काम शुरू करने का रास्ता साफ हो जाएगा। दावे के विपरीत अब तक जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया ही पूरी नहीं हुई है और धार जिला प्रशासन मध्यप्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एमपीआईडीसी) को जमीन नहीं सौंप पाया है।
पीथमपुर के अलावा देश में नागपुर, बंैगलुरु और चेन्नई में पहले चरण में मल्टीमॉडल हब बनाए जा रहे हैं और अफसरों का दावा है कि पीथमपुर में जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया सबसे तेजी से हो रही है। मल्टीमॉडल हब के लिए जमीन अधिग्रहित कर उसे नेशनल हाईवेज लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लि. (एनएचएलएमएल) को सौंपने का जिम्मा प्रदेश सरकार ने एमपीआईडीसी को दिया है। हब के लिए पीथमपुर सेक्टर-पांच और छह के पीछे स्थित 112.60 हेक्टेयर जमीन चिह्नित की गई है। जमीन अधिग्रहण के लिए राज्य सरकार ने लगभग 65 करोड़ रुपए की राशि मंजूर की है। हब में व्यावसायिक गतिविधियों के अलावा खुले वेयरहाउस, कवर्ड वेयरहाउस और कोल्ड स्टोरेज आदि बनाए जाएंगे। इसके अलावा होटल, लॉज, रेस्त्रां आदि की सुविधाएं भी होंगी। इसे मल्टीमॉडल हब नाम इसलिए दिया गया है, क्योंकि यह सड़क के अलावा रेल और एयरपोर्ट से भी जुड़ा होगा। इधर, एनएचएलएमएल हब निर्माण शुरू करने की तैयारी पूरी कर चुका है। उसने 985 करोड़ रुपए में इसका काम जीआर इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स कंपनी को सौंप दिया है।
एमपीआईडीसी सूत्रों ने बताया कि धार जिला प्रशासन ने जमीन अधिग्रहण की ज्यादातर प्रक्रिया पूरी कर ली है। अब अंतिम दौर की कार्रवाई हो रही है। महीनेभर में जमीन एमपीआईडीसी को मिल जाएगी, जिसे औपचारिक रूप से एनएचएलएमएल के सुपुर्द किया जाएगा। इससे आगे का सारा काम एनएचएलएमएल के ही जिम्मे है।