भोपाल ।   केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर के करोड़ों रुपये के लेन-देन संबंधी कथित वीडियो के बहाने कांग्रेस अब भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भाजपा को घेर रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने मंगलवार को मीडिया से चर्चा में सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्पष्टीकरण क्यों नहीं दे रहे हैं। जांच एजेंसियां क्या कर रही हैं। हम आरोप नहीं लगा रहे पर जो चीजें सबके सामने आ चुकी हैं, उसकी स्थिति जनता के समक्ष स्पष्ट होना ही चाहिए।आनंद शर्मा ने कहा कि इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की जा चुकी है। एफआइआर भी दर्ज हुई है। मध्य प्रदेश में पहले व्यापमं फिर नर्सिंग और पटवारी भर्ती में घोटाला हुआ। कुपोषण, मातृ-शिशु मृत्यु दर, महिला और आदिवासियों पर अत्याचार में प्रदेश नंबर-एक पर है। इनको लेकर उठ रहे प्रश्नों का उत्तर देने की जवाबदारी सरकार की है।

वे नए वादे करके बच नहीं सकते। प्रधानमंत्री देश को आगे ले जाने का दावा करते हैं तो फिर 80 करोड़ लोगों को पांच वर्ष तक निश्शुल्क खाद्यान्न देने की स्थिति क्यों बन रही है। वे किसकी आंख में धूल झोंकने का काम कर रहे हैं। मध्य प्रदेश में इन्वेस्टर्स समिट करके लाखों करोड़ रुपये के निवेश की बात कही जाती है, यदि निवेश हुआ है तो फिर बेरोजगारी क्यों है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्यों के साथ भेदभाव कर रही है। हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा से बड़ा नुकसान हुआ। बीस हजार मकान ध्वस्त हो गए पर केंद्र सरकार ने कोई मदद नहीं की। जनता ने भाजपा को चुनाव हरा दिया तो क्या इसका बदला लिया जा रहा है। उधर, पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता डा.रागिनी नायक का कहना है कि हम भ्रष्टाचार से जुड़े विषय को प्रमुखता से उठाएंगे और पूछेंगे कि किसी भी एजेंसी ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की।

राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में है आइएनडीआइए गठबंधन

सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा कांग्रेस को वोट न देने और राज्य चुनाव में आइएनडीआइए में शामिल दलों के बीच सहमति न बन पाने को लेकर आनंद शर्मा ने कहा कि यह वास्तविकता है कि सहमति नहीं बन पाई। गठबंधन राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में नया समीकरण है और राष्ट्रीय चुनाव के संबंध में कांग्रेस सहित अन्य दलों का राष्ट्रीय नेतृत्व बैठकर चर्चा करेगा।