16 से विभागों की समीक्षा करेंगे सीएम


भोपाल । करीब 2 महीने तक लोकसभा चुनाव में 197 सभाएं, 56 से अधिक रोड शो करने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अब सरकारी काम में जुटेंगे। मुख्यमंत्री सबसे पहले विभागों को दिए गए टारगेट का आकलन करेंगे। इसके लिए वे 16 मई से समीक्षा अभियान में जुटेंगे। गौरतलब है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री पद की कमान संभालते ही डॉ. मोहन यादव ने सबसे अधिक सुशासन और विकास पर फोकस किया था। इसके लिए उन्होंने विभागों को टारगेट भी दिया था। हालांकि इसके लिए सरकार को चुनाव आयोग की अनुमति लेना पड़ेगा।
गौरतलब है कि 16 मार्च को लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के साथ ही मुख्यमंत्री सरकारी कामों से अलग हो गए थे। अब जब प्रदेश में चौथे और आखिरी चरण का मतदान संपन्न हो गया है तो मुख्यमंत्री एक बार फिर से सरकारी कामकाज में जुटेंगे। मुख्यमंत्री की पहली प्राथमिकता विभागों को दो दिए गए लक्ष्य का आकलन करना है। इसलिए उन्होंने अब विभागों के कामकाज की समीक्षा शुरू करेंगे। मंत्रालयीन सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री की समीक्षा के प्रमुख विषय होंगे-गेहूं खरीदी तथा भुगतान की स्थिति, खरीफ की बुबाई के लिए खाद-बीज की स्थिति, सिंहस्थ 2028 तथा शिप्रा नदी की सफाई के लिए अब तक किए गए कार्य की समीक्षा। मिशन 2047 के लिए मध्यप्रदेश में की गई तैयारियों की समीक्षा तथा केन्द्र सरकार को भेजी जाने वाली रिपोर्ट पर चर्चा। विभागों का एक साल, दो साल, तीन साल व पांच साल के कामकाज के रोडमैप पर चर्चा, भाजपा के संकल्प पत्र के कार्यों की समीक्षा और मुख्यमंत्री द्वारा सभाग बार की गई समीक्षा में दिए गए निर्देशों के पालन प्रतिवेदन पर चर्चा होगी।

दो माह चुनाव में रहे व्यस्त

मप्र में लोकसभा का चुनाव खत्म हो गया है। अब सरकार नियमित कामकाज शुरू करेगी। इसके लिए राज्य सरकार चुनाव आयोग से अनुमति लेने पर भी विचार कर रही है। ताकि दो माह से बंद पड़े सरकार के कामकाज शुरू हो सके। उधर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मप्र में लोकसभा चुनाव का मतदान समाप्त होने के बाद राहत की सांस ली। सोमवार को अपने गृह क्षेत्र में मतदान करने के बाद सपरिवार छुट्टी मनाने रातापानी गए हैं। आज मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार करने जाएंगे। डा. यादव की बिहार व उत्तरप्रदेश में कई चुनावी सभाएं होनी है। इस बीच मुख्यमंत्री समय निकालकर हर रोज दो घंटे सरकारी कामकाज भी करेंगे। लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद पिछले दो माह से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मंत्रालय नहीं गए। कोई अतिआवश्यक कार्य होने पर अधिकारियों से केवल फोन पर बात कर जानकारी ले लेते थे। कामकाज में तेजी लाने के लिए मुख्यमंत्री अब विभागों की समीक्षा शुरू करेंगे और अधिकारियों से पिछले दो माह में किए गए कार्यों का हिसाब लेंगे।

हर रोज दो घंटे विभागों की समीक्षा

जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आगामी 16 मई को मुख्यसचिव वीरा राणा तथा विभिन्न विभागों के अपर मुख्यसचिव तथा प्रमुख सचिवों की बैठक बुलाई है। बैठक में मुख्यमंत्री पिछले दो माह में किए गए कार्यों की समीक्षा करेंगे। इसके बाद विभाग बार समीक्षा कर आगे के रोडमैप पर चर्चा करेंगे। इसके लिए सभी विभागों की अलग-अलग बैठक कर निर्देश देंगे। मुख्यमंत्री का पहला लक्ष्य डिलीवरी सिस्टम को ठीक करना है। इसमें जो कमियां है, उसे कैसे दूर किया जा सकता है। ताकि आमजनता की सरकार की योजनाओं का निवमानुसार समय पर लाभ मिल सके। उल्लेखनीय है कि जमीनी स्तर पर सरकार के कामकाज को बेहतर बनाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने संभागवार एसीएस तथा एडीजी को जिम्मेदारी दी थी और खुद संभागवार समीक्षा कर निर्देश दिए थे। अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट मुख सचिव वीरा राणा को सौंप दी है। मुख्य सचिव ने अधिकारियों से संभाग पर रिपोर्ट पर विस्तार से चर्चा की है। मुख्यसचिव संभाग बार बैठकों की रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपेगी। उसी आधार पर कामकाज में तेजी लाने का निर्णय लिया जाएगा।