वाशिंगटन । अमेरिका में मंगलवार को संपन्न हुए मध्यावधि चुनाव में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का कद भी दांव पर लगा हुआ है। सीनेट और हाउस ऑफ़ रिप्रेजेन्टेटिव के लिए हो रहे चुनाव में 200 से अधिक प्रत्याशियों के लिए पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चुनाव प्रचार किया था। ऐसे में रिपब्लिकन पार्टी का नेता और राष्ट्रपति चुनाव का चेहरा बनने के लिए जरूरी होगा कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने जिन प्रत्याशियों का समर्थन किया था, वे सभी चुनाव जीतें। 
रिपब्लिकन उम्मीदवारों के स्कोर उनकी लोकप्रियता के लिए एक लिटमस टेस्ट का काम करेंगे। मतदान की पूर्व संध्या पर अपनी अंतिम रैली के अंत में, ट्रम्प ने यह कहकर राष्ट्रीय सुर्खियों को पकड़ लिया कि वह अगले सप्ताह फ्लोरिडा में एक बहुत बड़ी घोषणा करेंगे। पाम बीच में अपना वोट डालने के बाद उन्होंने फिर से संभावित राष्ट्रपति पद की घोषणा का संकेत दिया। ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा मुझे लगता है कि मंगलवार 15 नवंबर बहुत सारे लोगों के लिए बहुत रोमांचक दिन होगा और मैं आपको मार-ए-लार्गो में देखने के लिए उत्सुक हूं। 
कोलंबिया विश्वविद्यालय में राजनीति के प्रोफेसर रॉबर्ट शापिरो ने बताया कि यह महत्वपूर्ण है कि कुछ उम्मीदवारों ने जीत हासिल की हो और विशेष रूप से बड़ी जीत। उन्होंने कहा पार्टी में सबसे अधिक डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थित उम्मीदवारों को चुनाव जीतना होगा, जिससे राष्ट्रपति चेहरे के रूप में उनकी पकड़ पार्टी में मजबूत हो सके। यदि वे ऐसा नहीं कर पाए, तो उन्हें रिपब्लिकन की ओर से नामांकन के लिए एक चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसेंटिस और पूर्व उपराष्ट्रपति माइक पेंस भी पार्टी में दावेदार के रूप में देखे जा रहे हैं। शापिरो ने कहा यदि ट्रम्प के उम्मीदवार हारते हैं और विशेष रूप से यदि वे बुरी तरह से हार गए, तो इससे अन्य रिपब्लिकन उम्मीदवारों को वह अवसर मिलेगा जिसकी वे तलाश कर रहे थे।