ज्योतिषशास्त्र के अनुसार तुलसी के पौधे के पत्ते तोड़ने के भी कुछ नियम होते हैं. अगर आप इन नियमों का पालन नहीं करते हैं तो इसका सीधा असर आपके जीवन पर पड़ता है.
उज्जैन के आचार्य रवि शुक्ला बताते हैं कि, तुलसी के पत्ते को तोड़ते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. तुलसी के पत्ते को नाखून से कभी नहीं तोड़ना चाहिए. इसके पत्ते को हल्के हाथ से तोड़ना चाहिए.
ज्योतिष शास्त्र में तुलसी पौधे को सूरज ढलने के बाद छूना वर्जित बताया गया है. यदि आपको पूजन या अन्य काम के लिए तुलसी पत्ती तोड़नी हो तो सुबह का समय ही सही रहता है. मान्यताओं के अनुसार तुलसी में मां लक्ष्मी का वास होता है. ऐसे में कभी भी बिना नहाए तुलसी को नहीं छूना चाहिए.
शास्त्रों के अनुसार तुलसी की पत्तियों को एकादशी, रविवार, चंद्र ग्रहण या फिर सूर्य ग्रहण के दिन नहीं तोड़ना चाहिए. साथ ही तुलसी का पौधा घर की छत पर नहीं होना चाहिए. क्योंकि इससे घर में कलह की स्थिति उत्पन्न हो सकती है.
ज्योतिष शास्त्रों में बताया गया है कि तुलसी के पत्ते तोड़ने से पहले मां लक्ष्मी से हाथ जोड़कर अनुमति लेनी चाहिए. इसके बाद ही पत्तों को तोड़ना चाहिए. इसके अलावा तुलसी के साथ किसी भी कांटेदार पौधे को नहीं लगाना चाहिए. इसे अशुभ माना जाता है.