देश के ज्यादातर लोग अब ट्रेन से सफर करते है. इसके पीछे कई वजह होती है जैसे कुछ लोगों के रेलवे का सफर ज्यादा सुविधाजनक और किफायती लगता है, तो कुछ लोगों के लिए समय बचाने वाला साधन है. वहीं, ज्यादातर जगहों पर आज के समय में यह साधन आसानी से उपलब्ध है.

वहीं, कुछ लोग अब भी कभी-कभार ही रेल यात्रा का लाभ ले पाते हैं. इन कुछ लोगों में आप भी शामिल है और अगर आप गर्मियों की छुट्टी में ट्रेन से सफर करने वाले हैं तो रेलवे के इस नियम के बारे में जरूर जान लें. वरना जानकारी के अभाव में आप वही कर दें, जो नहीं करना चाहिए तो आपको जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है. 

इस बोगी में किया सफर तो होगी जेल

ट्रेन में एक ऐसा कोच होता है. जहां पर लजीज खाना तैयार किया जाता है. यह रेलवे की ओर से यात्रियों को दी जाने वाले पेंट्री फैसिलिटी का होता है. रेल के इस पेंट्री कोच को पेंट्री कार भी कहा जाता है. अगर कोई यात्री किसी भी ट्रेन की पेंट्री कार में सफर करते पाया जाता है तो उसे सजा के तौर पर जेल जाना पड़ सकता है. इतना ही नहीं उस पर जुर्माना भी लगाया जाता है. बता दें कि आप अपनी किसी खास जरूरत के लिए पेंट्री कार में तो जा सकते हैं, लेकिन उसमें यात्रा करना दंडनीय अपराध है. 

इस नियम का भी करें पालन 

रेलवे प्लेटफॉर्म पर, चलती ट्रेनों और रेलवे स्टेशन परिसर में धूम्रपान करना भी सख्त मना है. इतना ही नहीं ट्रेनों और रेलवे परिसरों में शराब या किसी भी मादक पदार्थ का सेवन करने की भी पाबंदी है. वहीं, रेल यात्रियों को अपने साथ तय सीमा से ज्यादा सामान ले जाने की परमिशन नहीं है. फिर भी बहुत से लोग जरूरत से ज्यादा सामान लेकर ट्रेन में लेकर सफर करते हैं. वहीं, रेल में यात्रियों को कोई खतरनाक सामान ले जाने की भी अनुमति नहीं है. पकड़े जाने पर जेल और जुर्माना हो सकता है. 

जानिए सामान ले जाने की तय लिमिट

फर्स्ट एसी और सेकेंड एसी के लिए 40 किलो है
थर्ड एसी और चेयर कार के लिए 35 किलो है. 
स्लीपर क्लास के लिए 15 किलो है.