भोपाल । राजधानी की इन दिनों संपत्ति संबंधित अपराधों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। 12 दिन में करीब 11 एफआइआर धोखाधड़ी की धाराओं में दर्ज हो चुकी है। लोगों से करीब तीन करोड़ की राशि जालसाजी कर हड़पी गई हैं।। जबकि पहली बार संपत्ति संबंधित के मामलों में पुलिस तेजी से कार्रवाई करती नजर आइ, हालांकि जिन थानेां में यह एफआइआर दर्ज की है। उन सभी थाना प्रभारी तबादला होने के बाद अपनी रवानगी लेने की तैयारी में थे। जबकि इससे पहले साइबर अपराध के आनलाइन ठगी के मामलों में ही तेजी नजर आ रही थी। संपत्ति संबंधित मामलों अचानक से तेजी देखी गई है। जबकि कुछ घटनाएं दो साल से भी ज्यादा पुरानी हैं। अधिकारियों का कहना है कि मामले में एफआइआर दर्ज मामले जांच लिए गए हैं। जो तत्व आएंगे, उस हिसाब से कार्रवाई की जाएगी।
हम बता दें कि टीटीनगर थाने में 2019 में हुई ठगी की वारदात में पुलिस ने चार साल पुरानी वारदात पर एफआइआर हुई है। इसमें ठगी की राशि 50 लाख थी। इसी तरह से 2022 में एक एमपीनगर में जांच के बाद करीब सवा दो करोड़ की एफआइआर दर्ज की गई है। इसी तरह से अगस्त माह के 12 दिन में करीब 11 एफआइआर संपत्ति संबंध की दर्ज हो की गई है। इनमें तीन करोड़ की राशि आरोपितों ने पीडित पक्ष को अलग- अलग तरीके से हड़पी है। इनमें अधिकांश मामले में दो से तीन साल से लंबित थी। अचानक इन मामलों में तेजी दिखाई गई है। जबकि छह मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी की गई है। इससे एक बात तो साफ है कि जिन थानों में जल्दी - जल्दी ठगी के लंबित मामलों का निराकरण किया गया है।वहां के थाना प्रभारी तबादला होने के बाद अपने दूसरी पोस्टिंग पर जाने की तैयारी में थे।जबकि पहले इस प्रकार के मामलों में आला अधिकारियों की निगरानी के बाद ही मामले दर्ज हो रहे थे।