छत्तीसगढ़ में वन्य प्राणियों की तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। राजनादंगांव जिले के रेंगाखार में पुलिस ने तेंदुआ खाल की तस्करी करते तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो पुलिस को चकमा देकर भाग गए। पुलिस ने तीनों आरोपियों को वन विभाग को सौंप दिया है। आरोपियों पर वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई। जब्त खाल की कीमत 4 लाख सहित कुल 7 लाख रुपये का माल जब्त किया है। 

राजनांदगांव एसपी संतोष सिंह ने बताया कि साल्हेवारा थाना क्षेत्र में संदिग्ध वाहनों की जांच की जा रही थी। मुखबिर से सूचना मिली थी, जिसके बाद निरीक्षक विकास बघेल को प्वाइंट दिया गया। फारेस्ट नाका रेंगाखार में वाहनों की जांच की जा रही थी। इसी दौरान नर्मदा साल्हेवारा मुख्य मार्ग मेन रोड पर मोहगांव की ओर से एक स्वीफ्ट कार क्रमांक सीजी 04 डीके 5700 को रोककर जांच की गई। वाहन में कार चालक रामअवतार गुप्ता (58 वर्ष) निवासी सुपेला भिलाई, बिरेन्द्र कुमार वर्मा (54 वर्ष) निवासी ग्राम व पोष्ट चीचा (बोरी) दुर्ग, रूकदेव परते (40 वर्ष) निवासी रघोली साल्हेटेकरी जिला बालाघाट (मध्य प्रदेश) बैठे थे। कार की जांच करने पर तेंदुआ की खाल जब्त बरामद की गई। वाहन में बैठे दो अन्य व्यक्ति तेजलाल धुर्वे (40 वर्ष) निवासी झामुल, साल्हेटेकरी बालाघाट (मध्य प्रदेश) एवं गणेश (25 वर्ष) निवासी बैहर (मध्य प्रदेश) पुलिस को देखकर भाग गए।