इंदौर ।   बुधवार को इंदौर में कोरोना के 166 नए मरीज मिले। इसके पहले अंतिम बार 13 फरवरी 2022 को एक ही दिन में डेढ़ सौ से ज्यादा मरीज मिले थे। बुधवार को सिर्फ 780 नमूनों की जांच की गई। संक्रमण दर 21.28 प्रतिशत रही। यानी जांचा जाने वाला हर पांचवां सैंपल संक्रमित निकला है। राहत की बात, किसी मरीज में गंभीर लक्षण नहीं: शहर में उपचार ले रहे मरीजों की संख्या अब 736 पर पहुंच गई है। राहत की बात यह है कि इनमें से ज्यादातर में कोरोना के कोई गंभीर लक्षण नहीं हैं। बुधवार को 65 मरीजों ने कोरोना को मात दी और पूरी तरह ठीक हुए। इंदौर में अब तक 38,24,705 सैंपल जांचे जा चुके हैं। इनमें से 2,10,145 संक्रमित मिले हैं। 2,07,945 मरीज अब तक कोरोना को हराकर ठीक हुए हैं।  संक्रमण बढ़ने के बावजूद नहीं बढ़ाई सैंपलिंग शहर में संक्रमण की दर लगातार बढ़ रही है। जुलाई के 19 दिन में इंदौर में कोरोना के 1470 मरीज मिल चुके हैं। इस दौरान 10,929 सैंपल जांचे गए। यानी जुलाई माह की औसत संक्रमण दर 13.45 रही है। इन 19 दिनों में सिर्फ 957 संक्रमित ही बीमारी को हरा पाए। यानी रिकवरी दर 65 प्रतिशत रही। संक्रमण बढ़ने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग नहीं बढ़ाई। दो हजार सैंपल रोजाना लेने का लक्ष्य रखा गया है लेकिन औसतन 575 सैंपल ही लिए जा रहे हैं।

अधिक से अधिक लोग लगवाएं सतर्कता डोज

संभागायुक्त डा. पवन कुमार शर्मा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना की स्थिति को लेकर विशेषज्ञ चिकित्सकों और संभाग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कोरोना के नए वैरिएंट, उसके प्रभाव तथा इलाज संबंधी व्यवस्थाओं की जानकारी ली। डा. शर्मा ने 21 जुलाई को आयोजित होने वाले कोरोना के सतर्कता डोज महाअभियान की तैयारी की समीक्षा भी की। इस मौके पर एमजीएम मेडिकल कालेज के डीन डा. संजय दीक्षित, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य डा. अशोक कुमार डागरिया सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। विशेषज्ञ चिकित्सकों डा. वीपी पांडे, डा. सलिल भार्गव, डा. मनोज केला आदि ने कोरोना के नए वैरिएंट के संबंध में बताया। इन्होंने बताया कि जिन्होंने बूस्टर डोज लगवाया है उन पर कोरोना का नया वैरिएंट अधिक प्रभाव नहीं डाल रहा है। संभागायुक्त ने अपील की है कि लोग वैरिएंट के खतरों से बचने के लिए सतर्कता डोज अवश्य लगवाएं। बैठक में संभागायुक्त ने कहा कि अभियान में अधिक से अधिक केंद्र बनाकर अधिक से अधिक बूस्टर डोज लगाए जाएं।