सानतिआगो । पृथ्वी पर नरबलि की परंपराएं लाखो वर्षों से विद्मान है। ताजा मामला  दक्षिण अमेरिकी देश पेरू और चिली का है यहां  वैज्ञानिकों को 1000 साल पुराने ममियों के अवशेष मिले हैं। ममी के मिलने के बाद दुनियाभर में इसकी चर्चा है। वजह है इसकी स्थिति। ये ममी पुरुष की है। चौंकाने वाली बात यह भी है कि इस ममी के घुटने मुड़े हुए हैं। आर्कियोलॉजिस्ट के मुताबिक, इनकी बड़े दर्दनाक तरीके से हत्या की गई थी। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ममी पर हिंसा के स्पष्ट संकेत संरक्षित हैं। चिली और पेरू में खुदाई के दौरान ये मिले। लेकिन अब इन्हें यूरोपीय संग्रहालयों में रखा गया है। शुक्रवार को फ्रंटियर्स ऑफ मेडिसीन में इसकी एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई है। रिसर्च में पेरू की एक मादा ममी भी शामिल थी, जिसकी मौत प्राकृतिक कारणों से हुई थी। रिसर्चर्स ने ममी का सीटी-स्कैन भी कराया। इससे पता चला कि हमले में चिली के पुरुष को सिर पर चोट लगी और उसकी पीठ में छुरा घोंपा गया था। जबकि पेरू के पुरुष की मौत सर्वाइकल स्पाइन में चोट से हुई, जो रीढ़ की हड्डी का शीर्ष भाग है और गर्दन को जोड़ता है।
जर्मनी में म्यूनिख क्लिनिक बोगेनहौसेन के पैथोलॉजी विभाग के प्रोफेसर एंड्रियास कहते हैं, 'यहां हम तीन दक्षिण अमेरिकी ममियों में की स्टडी कर रहे हैं। इनमें से दो की हमने 3 डी सीटी स्कैन कराई है। अगर ये मानव अवशेष मात्र कंकाल होते, तो हमें इनमें किसी प्रकार के आघात का पता नहीं चलता। लेकिन हमें इनमें चोट के निशान मिले हैं।' प्रोफेसर एंड्रियास आगे कहते हैं, ‘बेशक ममीकृत अवशेष त्वचा और अंगों जैसे कोमल ऊतकों को संरक्षित करते हैं, लेकिन कुछ प्रक्रियाओं के जरिए हम इनकी हड्डियों और सर्जिकल चीजों के बारे में जानकारी पा सकते हैं।’ रिपोर्ट के मुताबिक, मारबर्ग संग्रहालय का पुरुष उत्तरी चिली में रहता था। वैज्ञानिकों के मुताबिक ऐसा लगता है कि जब उसकी मौत हुई, तब उसकी उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच रही होगी। उसे गंभीर वस्तुओं के साथ दफनाया गया था। उसके दांत में मक्के से भरपूर खाने के अवशेष भी मिले हैं। वहीं, फेफड़ों में टीबी के संक्रमण के अवशेष भी मिले हैं।
वहीं, डेलेमोंट संग्रहालय में रखी ममी 902 और 994 सीई के बीच किसी समय मारा गया था। जीवित रहते हुए ऐथिरोस्क्लेरोसिस नाम की बीमारी से जूझ रहा था। जबकि महिला की स्वाभाविक रूप से 1224 और 1282 सीई के बीच मौत हुई थी। दोनों ममियों ने कपास, अल्पाका और विज़्काचा के बालों से बने कपड़े पहने थे। शोधकर्ता प्रो। पीटर वैन का कहना है कि पेरू में जो अवशेष मिले हैं हमारी टीम ने उनकी जांच की। अवशेषों के डीएनए की जांच की गई और रोडियोकार्बन डेटिंग की मदद से यह पता लगाया गया कि ये कितने पुराने हैं। अलग-अलग तरह की हुई जांच के बाद नतीजे सामने आए, जिसमें कई बातें चौंकाने वाली बातें थी। रिपोर्ट के मुताबिक, जहां पर अवशेष मिले हैं वो शहर कभी पेरू में व्‍यापार का केंद्र हुआ करता था। इस क्षेत्र में खनन के दौरान ये अवशेष और ममी मिली हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि अभी फ‍िलहाल उस इलाके के मात्र एक फीसदी हिस्‍से में खनन कार्य किया गया है।