वाशिंगटन । अमेरिका स्थित रंजीत नगर फाउंडेशन ने झेलम और पाकिस्तान के अन्य गुरुद्वारों में गुरुद्वारा चौवा साहिब के नवीनीकरण और सभी निर्माण गतिविधियों को रोक दिया है। फाउंडेशन ने अपने फैसले को अधिसूचित करते हुए कहा कि उसने इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड और पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा अब तक किए गए कार्यों के बिल और व्यय विवरण प्रदान करने में गैर-अनुपालन के कारण यह फैसला किया है। रंजीत नगर फाउंडेशन के निदेशक सतप्रीत सिंह का हवाला देकर कहा है कि अमेरिकी नियम उन्हें अपने खर्च के दस्तावेज आंतरिक राजस्व सेवा, न्याय विभाग को सालाना उपलब्ध कराने के लिए बाध्य करते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि विवरण को 15 मई को या उससे पहले सार्वजनिक डोमेन में रखने के लिए विभाग की साइट पर अपडेट किया जाना है,लेकिन पाकिस्तान में  ईटीपीबी कार्यालय ने आवश्यक दस्तावेज नहीं दिए हैं।इसकारण एनजीओ ने अपनी गतिविधियों को रोकने का फैसला किया।
रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व में भी ईटीपीबी और पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अधिकारियों द्वारा गुरुद्वारा फंड की हेराफेरी की खबरें आ चुकी हैं। फाउंडेशन को बड़े पैमाने पर सिख प्रवासी द्वारा वित्त पोषित किया जाता है। गुरुद्वारा चौवा साहिब परियोजना के बारे में, फाउंडेशन अपनी वेबसाइट पर कहता है: गुरु नानक देव जी ने उस क्षेत्र में पानी बहने की शुरुआत की। पानी के झरने को ‘चौवा’ कहा जाता है,इसकारण इस जगह को चौवा साहिब का नाम मिला। जगत गुरु नानक देव जी टीला जोगियां से यहां पहुंचे। नींव के अनुसार,गुरुद्वारे के वर्तमान भवन का निर्माण महाराजा रणजीत सिंह के आदेश पर 1834 में किया गया था। इमारत के एक तरफ घन नदी और दूसरी तरफ एक किला है। शेष ओर भवन के चारों ओर असमान एवं अविकसित भूमि है।