रेल यात्रियों की सुरक्षा पर जोर: अनअप्रूव्ड पानी बेचने वालों पर मंडल की सख्ती जारी
वाणिज्य विभाग द्वारा कार्यवाही में कुशीनगर एक्सप्रेस से जब्त की गई 18 क्रेट अनअप्रूव्ड पानी की बोतलें
भोपाल: भोपाल मंडल में खानपान सेवाओं की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने हेतु चलाए जा रहे विशेष निरीक्षण अभियान के अंतर्गत एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री सौरभ कटारिया के नेतृत्व में वाणिज्य विभाग सतत रूप से खानपान स्टालों, ट्रेनों एवं स्टेशनों पर निगरानी रख रहा है।
इसी क्रम में वाणिज्य विभाग को एक गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि कुशीनगर एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 22538) में अनअप्रूव्ड ब्रांड की पानी की बोतलें बड़ी मात्रा में लाकर यात्रियों को बेची जा रही हैं। सूचना की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एक विशेष संयुक्त टीम का गठन किया गया, जिसमें स्टेशन मास्टर कॉमर्शियल श्री एक के खरे,मंडल मुख्य टिकट निरीक्षक श्री सुनील वर्गीस, मंडल वाणिज्य निरीक्षक श्री विनोद वर्मा तथा कैटरिंग इंस्पेक्टर/भोपाल श्रीमती मेघा नागदेव को शामिल किया गया।
निर्धारित योजना के अनुसार जब कुशीनगर एक्सप्रेस भोपाल स्टेशन पर पहुँची, तो टीम ने अचानक ट्रेन में चढ़कर छापामार कार्रवाई की। जांच के दौरान पैंट्री क्षेत्र के समीप एवं वेंडिंग पॉइंट्स के आसपास तलाशी ली गई, जिसमें कुल 18 क्रेट अनअप्रूव्ड ब्रांड की पानी की बोतलें बरामद की गईं। यह पानी रेलवे द्वारा स्वीकृत सूची में शामिल नहीं था और न ही विक्रेताओं के पास कोई वैध अनुमति अथवा बिल उपलब्ध था।
यह कार्रवाई इसलिए भी महत्वपूर्ण रही क्योंकि अनअप्रूव्ड पानी न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, बल्कि यह रेलवे की खानपान नीतियों का घोर उल्लंघन भी है। बरामद की गई सभी पानी की बोतलों को तत्काल जप्त कर नियमानुसार आगे की कार्रवाई हेतु भेज दिया गया।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री सौरभ कटारिया ने इस संबंध में कहा, “हमारा उद्देश्य केवल अनुबंध शर्तों का पालन सुनिश्चित करना नहीं है, बल्कि यात्रियों के स्वास्थ्य और विश्वास की रक्षा करना भी है। इस तरह की अनियमितताओं को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे तत्वों पर लगातार नजर रखी जा रही है और यह विशेष अभियान पूरी सख्ती से आगे भी जारी रहेगा।”
ज्ञात हो कि मंडल में 09 जुलाई से शुरू इस विशेष अभियान के तहत पहले ही अनियमितताओं पर कार्यवाही प्रारंभ की जा चुकी है और कई स्टालों को अनुशासनहीनता के चलते अस्थायी रूप से बंद भी किया गया है। इस तरह की सतर्कता व निष्पक्ष कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि भोपाल मंडल प्रशासन यात्रियों की सेवा गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता नहीं करेगा।