ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ी ब्रह्मोस की पूछ-परख, 15 देशों ने जताई रुचि
भारत और पाकिस्तान के बीच मई में हुए संघर्ष के दौरान ब्रह्मोस मिसाइल ने अहम भूमिका निभाई थी. ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल से ही पाकिस्तान पर हमला किया था. इस मिसाइल की सफलता के बाद अब पूरी दुनिया इसका लोहा मान रही है. यही कारण है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद 14-15 देशों ने ब्रह्मोस मिसाइल खरीदने में रुचि दिखाई है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में ब्रह्मोस मिसाइल की अहम भूमिका रही है. यही कारण है कि तब से अब तक एक दर्जन से ज्यादा देशों ने इसमें अपनी रुचि दिखाई है. ये सभी देश ब्रह्मोस मिसाइल को खरीदना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही, मैंने लखनऊ में ब्रह्मोस एयरस्पेस इंटीग्रेशन और परीक्षण केंद्र का उद्घाटन किया. आपने देखा होगा कि ऑपरेशन सिंदूर में ब्रह्मोस मिसाइल ने चमत्कारी काम किया है और इतना ही नहीं, ब्रह्मोस मिसाइल के चमत्कार के बाद, दुनिया के लगभग 14-15 देशों ने भारत से ब्रह्मोस मिसाइल की मांग की है.
उन्होंने कहा, “ब्रह्मोस मिसाइल अब लखनऊ से भी निर्यात की जाएगी. मेरा मानना है कि यह सुविधा रक्षा क्षेत्र में हमारे देश की आत्मनिर्भरता को मजबूत करेगी और साथ ही रोजगार भी पैदा करेगी. मेरा प्रयास है कि यहां और भी उद्योग आएं ताकि लखनऊ के साथ-साथ राज्य का भी तेजी से विकास हो.”
ब्रह्मोस मिसाइल नहीं आत्मविश्वास की पहचान
रक्षा मंत्री ने कहा कि ब्रह्मोस अब एक मिसाइल नहीं, भारत के सैन्य आत्मविश्वास की पहचान बन चुका है. ऑपरेशन सिंदूर में इसका परफॉर्मेंस देखकर दुनिया हैरान रह गई है. भारत अब सिर्फ डिफेंस इंपोर्टर नहीं एक ग्लोबल डिफेंस एक्सपोर्टर बनता जा रहा है.
बुनियादी ढांचे से हो रहा ऐतिहासिक बदलाव- रक्षा मंत्री
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दावा किया कि मजबूत कानून-व्यवस्था और मजबूत बुनियादी ढांचे के बल पर उत्तर प्रदेश ज्यादा से ज्यादा उद्योगों को आकर्षित कर रहा है. उन्होंने कहा, “बुनियादी ढांचे में ऐतिहासिक बदलाव हो रहे हैं. एक्सप्रेस वे, हवाई अड्डा, मेट्रो, मेडिकल कॉलेज, ये सभी विकास की एक नई तस्वीर पेश कर रहे हैं.”
उन्होंने कहा, “देश की सुरक्षा में उत्तर प्रदेश का बहुत बड़ा योगदान है. मैंने पहले भी कहा है और आज मुझे लगता है कि कम से कम उत्तर प्रदेश की धरती पर तो कोई अपराधी निडर होकर चलने की हिम्मत नहीं कर सकता है. “