लखनऊ । ओम प्रकाश राजभर के एनडीए में शामिल होने से मुख्तार अंसारी को फायदा ‎मिल सकता है। क्यों‎कि मुख्तार के बेटे अब्बास राजभर की पार्टी के सदस्य हैं। इधर मुख्तार अंसारी ट्विटर पर ट्रेंड होने लगे हैं, क्यों‎कि सोशल मीडिया पर मुख्तार को लेकर लगातार चर्चा हो रही है कि क्या वह भी एनडीए का हिस्सा हो गए हैं? दरअसल, मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी, ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के सदस्य हैं। यूपी चुनाव 2022 में वह मऊ विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाए गए थे। सपा- सुभासपा गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर अब्बास ने यहां से जीत दर्ज की। ओम प्रकाश राजभर के एनडीए में जाने के बाद जब अब्बास अंसारी का मुद्दा उठा तो सुभासपा की ओर से साफ किया गया कि वह भी हमारे साथ हैं। हालां‎कि अब्बास अंसारी को लेकर भाजपा की ओर से कोई आपत्ति नहीं जताए जाने का भी दावा पार्टी की ओर से किया गया है। गौरतलब है ‎कि अब्बास अंसारी पर अभी कानूनी कार्रवाई चल रही है। ऐसे में उसको लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई है। सवाल यह किया जा रहा है कि क्या माफिया मुख्तार के खिलाफ अब कार्रवाई बंद होगी।
हालां‎कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार बनने के बाद मुख्तार अंसारी की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। लगातार उनके खिलाफ मामले चल रहे हैं। पिछले दिनों मुख्तार के खिलाफ आजमगढ़ में गवाह को धमकाने के मामले में केस दर्ज किया गया है। अब तक 6 केस में मुख्तार अंसारी को सजा सुनाई जा चुकी है। कोर्ट में यूपी पुलिस की ओर से प्रभावी पैरवी के जरिए लंबे समय से चले आ रहे केस में माफिया के खिलाफ सजा दिलाई जा रही है। मुख्तार का पूरा परिवार इस समय सरकार के निशाने पर है। मुख्तार अंसारी के बड़े भाई और गाजीपुर से बसपा विधायक रहे अफजाल अंसारी भी सजायाफ्ता हो चुके हैं। इस कारण उनकी सांसद ही छिन चुकी है। मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। 
वहीं सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसे हुए हैं। उन पर अवैध हथियारों को रखने का भी आरोप लगा है। चित्रकूट जेल में रहने के दौरान पत्नी निकहत अंसारी के साथ मुलाकात का मामला गरमाया। अवैध तरीके से जेल के एक कमरे में हो रही मुलाकात के दौरान कई सामग्रियां उससे बरामद की गई थी। इस मामले में उसे भी गिरफ्तार किया जा चुका है। ऐसे में सोशल मीडिया पर माहौल गरमाया हुआ है। ट्विटर के टॉप ट्रेंड में मुख्तार अंसारी लगातार बना हुआ है। हैशटैग पर 11.5 हजार से अधिक ट्वीट हो चुके हैं। हर कोई यही सवाल कर रहा है कि क्या मुख्तार अंसारी को अब राहत मिल जाएगी?