वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच देश में शादियों का सीजन शुरू हो गया है।14 दिसंबर तक चलने वाले शादियों के सीजन में सोने की मांग बनी हुई है। मौजूदा वैश्विक और घरेलू हालातों की वजह से आगे भी इसमें तेजी रहने का अनुमान है। कमोडिटी विशेषज्ञों का कहना है कि यह सोने में निवेश करने का अच्छा मौका है क्योंकि अगले साल तक घरेलू बाजार में पीली धातु की कीमत 62,000 के स्तर पर पहुंच सकती है। अभी यह 54,000 के आसपास है।

अमेरिका में खुदरा महंगाई दर में नरमी और नौकरियों के आंकड़ों में सुधार से वहां के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने आक्रामक रुख के बजाय ब्याज दरों में धीमी गति से बढ़ोतरी करने का संकेत दिया है। डॉलर सूचकांक 114 से गिरकर 104 के स्तर पर आ गया है। भू-राजनीतिक तनाव चरम पर है। मंदी की आशंका के बीच दुनियाभर में महंगाई लगातार बढ़ रही है। इन वजहों से सोने में तेजी दिख रही है और आगे भी बनी रहेगी।

कमोडिटी विशेषज्ञों का कहना है कि रूस-यूक्रेन संघर्ष और भू-राजनीतिक तनाव से दुनियाभर के शेयर बाजारों में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया। इससे सोने सहित अन्य जिंसों की कीमतों में तेजी आई और निवेशकों में सुरक्षित साधन के रूप में पीली धातु की मांग बढ़ी। यही वजह है कि बीते धनतेरस सिर्फ एक दिन में देश में 39 टन सोना बिका और यह मांग अब भी बनी हुई है। अनुमान है कि 14 दिसंबर तक चलने वाले शादियों के सीजन में 1.50 लाख करोड़ रुपये तक का सोना बिक सकता है। इस दौरान करीब 32 लाख शादियां होनी हैं।

छू सकता है 2,000 डॉलर का आंकड़ा

वैश्विक बाजार में सोना इस समय करीब 1,800 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है। एक महीने में यह 1,840 डॉलर का आंकड़ा छू सकता है। अगले साल तक कीमत 2,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती है। इसका असर घरेलू कीमतों पर भी देखने को मिलेगा।