मारियुपोल । रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को 50 दिन हो चुके हैं। दुनिया की तमाम बड़ी हस्तियों के हस्तक्षेप के बावजूद युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब खबर है कि मारियुपोल में रूसी कमांडो ने स्पेशल ऑपरेशन शुरू किया है। कहा जाता है कि मारियुपोल और डोनबास की लड़ाई रूस के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। रूस ने यूक्रेन के सैनिकों को बीती शाम छह बजे तक सरेंडर के लिए कहा गया था, जिससे यूक्रेनी सैनिकों ने इनकार कर दिया था। जिसके बाद रूसी सैनिकों ने भीषण हमला किया। मारियुपोल पर कब्जा करना रूस का अहम रणनीतिक लक्ष्य है। ऐसा करने से उसे क्रीमिया तक जमीनी गलियारा मिल जाएगा। रूस ने 2014 में क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था। इसके अलावा मारियुपोल में यूक्रेनी बलों को हराने के बाद वहां तैनात रूसी बल डोनबास की ओर बढ़ सकेंगे। 
यूक्रेन के बेहद ही महत्वपूर्ण माने जाने वाले शहर मारियुपोल के अजोवस्टल स्टील प्लांट में करीब एक हजार लोगों के छिपे होने की जानकारी है। मारियुपोल शहर के नगर परिषद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टेलीग्राम के जरिये ये जानकारी दी है। सोशल पोस्ट में दावा किया गया है कि प्लांट के आसपास रूस के हमले लगातार जारी हैं। नगर परिषद के मुताबिक प्लांट में शरण लेने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।  
जंग शुरू होने से अब तक मारियुपोल के हालात सबसे खराब बताए जा रहे हैं। यूक्रेन के मरीन कमांडो ने इस गोलीबारी पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि मारियुपोल धरती का नरक बन गया है। इसके साथ ही यूक्रेन के मरीन कमांडो ने पोप फ्रांसिस को खत लिखा है। खत में मारियुपोल की तबाही का जिक्र भी किया है।