मुंबई। महाराष्ट्र में शिंदे-फडणवीस सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के लिए आज शुक्रवार का समय मिल गया है. ऐसे में राज्य को मंत्री मिलने की उम्मीद है। सूत्रों ने जानकारी दी है कि पहले चरण में बीजेपी और शिंदे गुट के 16 विधायकों को मंत्री पद की शपथ लेने की संभावना है. अब सत्ता पक्ष के विधायक इस बात को लेकर उत्सुक हैं कि मंत्री पद की शपथ कौन लेगा. हालांकि राज्य में बीजेपी और शिवसेना के बागी गुट की सरकार बने डेढ़ महीना हो गया है, लेकिन मंत्रियों को शपथ नहीं दिलाई गई है. कहा गया कि शिवसेना और शिवसेना के बागियों के बीच विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के चलते कैबिनेट के विस्तार में दिक्कतें आ रही है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि जल्द ही कैबिनेट का विस्तार होगा. लेकिन इतने दिनों में यह संभव नहीं हो पाया। अब फिर से कल यानि आज शुक्रवार का समय बताया जा रहा है. इसलिए राजनीतिक गलियारों में आज संभावित कैबिनेट विस्तार पर सबकी नजरें है। गौरतलब हो कि महाराष्ट्र में पिछले एक डेढ़ महीने से सत्ता संघर्ष चल रहा है। बगावत करते हुए निकले शिंदे समूह ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई है। हालांकि, सवा महीने बीत जाने के बाद भी एकनाथ शिंदे के मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं किया गया था। शिंदे समूह के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने कहा था कि अगले रविवार तक मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। ऐसे में अब शिंदे सरकार की कैबिनेट की संभावित लिस्ट सामने आई है. कहा गया है कि पहले चरण में वरिष्ठ नेताओं को मंत्री पद दिया जाएगा। सूत्रों की मानें तो बीजेपी के 8 और शिवसेना के 8 विधायकों को मौका मिलेगा. बीजेपी ने उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे की आलोचना करने वाले नितेश राणे का नाम मंत्री पद की सूची में दिया है. इसके साथ ही राधाकृष्ण विखे-पाटिल का भी नाम है।
- शिंदे गुट के संभावित मंत्रियों के नाम
दादा भुसे, उदय सामंत, संदीपन भुमरे, शंभूराज देसाई, अब्दुल सत्तार, संजय शिरसाट, दीपक केसरकर, गुलाबराव पाटील और बच्चू कडू.
- भाजपा के संभावित मंत्रियों के नाम
सुधीर मुनगंटीवार, गिरीश महाजन, चंद्रकांत पाटील, राधाकृष्ण विखे-पाटील
नितेश राणे, बबनराव लोणीकर, जयकुमार रावल और संजय कुटे।
इस बीच, गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में दूसरी सुनवाई हुई कि वास्तव में शिवसेना किसकी। लेकिन अब इस मामले की सुनवाई सोमवार को होगी. इसलिए यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी शिंदे मंत्रिमंडल विस्तार की अनुमति देते हैं या नहीं ?