भारत ने मुंबई के वानखेड़े में खेले गए पहले वनडे में ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हरा दिया है। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम 35.4 ओवर में 188 रन पर सिमट गई थी। कंगारुओं के लिए मिचेल मार्श ने सबसे ज्यादा 81 रन की पारी खेली थी।

जवाब में भारत ने 39.5 ओवर में पांच विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। केएल राहुल ने लय में वापसी की और बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 91 गेंदों में 75 रन की नाबाद पारी खेली। उनके अलावा रवींद्र जडेजा भी 45 रन बनाकर नाबाद रहे।

मुश्किल हालात से निकलकर जीता भारत

लक्ष्य का पीछा करते हुए एक वक्त भारत ने 39 रन पर चार विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद राहुल ने कप्तान हार्दिक पांड्या के साथ मिलकर 44 रन की साझेदारी निभाई। हार्दिक के आउट होने के बाद
जडेजा और राहुल के बीच छठे विकेट के लिए 108 रन की नाबाद साझेदारी हुई।

इस जीत के साथ भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर तीन मैचों की वनडे सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। अब अगला वनडे रविवार को विशाखापट्टनम में खेला जाएगा। वानखेड़े स्टेडियम में टीम इंडिया ने वनडे में ऑस्ट्रेलिया को 16 साल बाद हराया है। 

करीब 16 साल बाद वानखेड़े में ऑस्ट्रेलिया पर हासिल की जीत

दोनों के बीच इस मैदान पर पांच वनडे खेले गए हैं। इसमें से भारत ने तीन और ऑस्ट्रेलिया ने दो मुकाबले जीते हैं। टीम इंडिया ने पिछली बार ऑस्ट्रेलिया को इस मैदान पर वनडे में 2007 में हराया था। इसके बाद 2020 में ऑस्ट्रेलिया ने इस मैदान पर भारत को शिकस्त दी थी। अब करीब 16 साल बाद भारत एकबार फिर ऑस्ट्रेलिया को हराने में कामयाब रहा है। रवींद्र जडेजा को उनके ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।

ऑस्ट्रेलियाई पारी

ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 189 रन का लक्ष्य रखा था। कंगारू टीम 35.4 ओवर में 188 रन पर सिमट गई। एक वक्त ऑस्ट्रेलिया का स्कोर दो विकेट पर 129 रन था, इसके बाद टीम 59 रन बनाने में आठ विकेट गंवा दिए। ऑस्ट्रेलिया ने 19.3 ओवर में दो विकेट पर 129 रन बना लिए थे। तब मिचेल मार्श और मार्नस लाबुशेन क्रीज पर थे।

रवींद्र जडेजा ने मार्श को आउट किया और इसके बाद पूरी टीम 35.4 ओवर में ढह गई। यानी 17 ओवर के अंदर भारत ने ऑस्ट्रेलिया पारी को खत्म कर दिया। ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे ज्यादा रन मिचेल मार्श ने बनाए। उन्होंने 65 गेंदों में 81 रन की पारी खेली। इसके अलावा कोई भी बल्लेबाज नहीं चला। मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज ने तीन-तीन विकेट झटके।

पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही थी। ट्रेविस हेड पांच रन बनाकर सिराज का शिकार बने थे। इसके बाद मिचेल मार्श और कप्तान स्टीव स्मिथ ने दूसरे विकेट के लिए 72 रन की साझेदारी निभाई थी। स्मिथ को हार्दिक पांड्या ने विकेटकीपर केएल राहुल के हाथों कैच कराया। वह 22 रन बना सके। इसके बाद मार्श ने लाबुशेन के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 52 रन की साझेदारी निभाई। मार्श को जडेजा ने सिराज के हाथों कैच कराया। वह 65 गेंदों में 10 चौके और पांच छक्के की मदद से 81 रन की ताबड़तोड़ पारी खेलकर पवेलियन लौटे।

मार्श के आउट होते ही पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ढह गई। लाबुशेन को कुलदीप ने जडेजा के हाथों कैच कराया। वह 15 रन बना सके। इसके बाद मोहम्मद शमी का कहर देखने को मिला। उन्होंने अपने तीन ओवर में तीन विकेट लिए। सबसे पहले 28वें ओवर में जोश इंग्लिस को बोल्ड किया। इंग्लिस 26 रन बना सके। इसके बाद 30वें ओवर में कैमरन ग्रीन को बोल्ड किया। ग्रीन 12 रन बना सके। फिर 32वें ओवर में मार्कस स्टोइनिस को स्लिप में शुभमन गिल के हाथों कैच कराया। स्टोइनिस पांच रन बनाकर आउट हुए।

जडेजा ने मैक्सवेल को हार्दिक के हाथों कैच कराया। मैक्सवेल आठ रन बना सके। वहीं, सिराज ने शॉन एबॉट और एडम जाम्पा को आउट कर ऑस्ट्रेलियाई पारी को 188 रन पर समेट दिया। शमी और सिराज ने तीन-तीन विकेट लिए, जबकि जडेजा को दो विकेट मिला। हार्दिक और कुलदीप ने एक-एक विकेट लिया।

भारत की पारी

189 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही थी। 39 रन तक भारत ने अपने शीर्ष चार बल्लेबाजों को गंवा दिया था। ईशान किशन तीन रन, शुभमन गिल 20 रन, विराट कोहली चार रन और सूर्यकुमार यादव खाता खोले बिना आउट हुए। शुरुआती चार में से तीन विकेट मिचेल स्टार्क ने लिए। वहीं, स्टोइनिस ने ईशान के अलावा हार्दिक पांड्या को आउट किया।

हालांकि, राहुल और जडेजा ने पारी संभाली और दबाव को झेलते हुए टीम इंडिया को जीत दिलाई। राहुल ने वनडे करियर का 13वां अर्धशतक लगाया। वह 91 गेंदों में सात चौके और एक छक्के की मदद से 75 रन बनाकर नाबाद रहे। वहीं, जडेजा ने 69 गेंदों में 45 रन की पारी में पांच चौके लगाए। ऑस्ट्रेलिया की ओर से स्टार्क ने तीन और स्टोइनिस ने दो विकेट लिए।