सोलोमन द्वीप में मंगलवार तड़के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.0 मापी गई। नई दिल्ली स्थित एनसीएस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, भूकंप भारतीय समयानुसार सुबह 3:49 बजे आया और इसका केंद्र होनियारा के पश्चिम उत्तर पश्चिम में 95 किलोमीटर की गहराई में था।

भूकंप आने के कारण

हमारी धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी है। इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं। ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहते हैं। ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर  कंपन करती रहती हैं और जब इस प्लेट में बहुत ज्यादा कंपन हो जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है।

भूकंप के केंद्र और तीव्रता का मतलब 

भूकंप का केंद्र वह स्थान होता है जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से धरती हिलने लगती है। इस स्थान पर या इसके आसपास के क्षेत्रों में भूकंप का असर ज्यादा होता है। अगर रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है।