उज्जैन ।   ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में नए साल के पहले दिन पांच लाख से अधिक भक्तों ने भगवान महाकाल के दर्शन किए। बड़ी तादाद में आए भक्तों ने दिल खोलकर दान भी किया। देश-विदेश से आए भक्त करीब 20 लाख रुपये का लड्डू प्रसाद खरीदकर ले गए, वहीं सात हजार से अधिक भक्तों ने 250 रुपये का टिकट खरीदकर शीघ्र दर्शन किए। इससे समिति को 18 लाख रुपये की आय हुई है। मंदिर प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि भगवान महाकाल के लड्डू प्रसाद की अधिक मांग रहती है, इसलिए इस व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया गया था। महालोक में बने लड्डू प्रसाद काउंटरों पर प्रसाद की उपलब्धता बनाए रखी। देशभर से आए भक्तों को पर्याप्त मात्रा में प्रसाद मिला।

कानपुर के भक्त ने चांदी के आभूषण भेंट किए

महाकाल मंदिर में सोमवार को राजीव नगर, लाल बंगला कानपुर से आए भक्त विशाल वर्मा ने भगवान महाकाल के शृंगार के लिए चांदी का मुकुट, कुंडल तथा कंदोरा भेंट किया। सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि आभूषण का वजन दो किलो 380 ग्राम 400 मिली ग्राम है। दानदाता ने मंदिर कार्यालय में प्रशासक सोनी को आभूषण भेंट किए। मंदिर समिति की ओर से दानदाताओं का सम्मान किया गया।

महामंगल के खजाने में आए 18 लाख 81 हजार रुपये

श्री मंगलनाथ मंदिर में दिसंबर 2022 में भातपूजन, कालसर्प पूजन, श्रापित दोष, ग्रहण दोष, कुंभ विवाह, अर्क विवाह इत्यादि की पूजन से मंदिर समिति को 18 लाख 81 हजार 825 रुपये की आय हुई है। मंदिर प्रशासक कृष्ण कुमार पाठक ने बताया कि मंगलनाथ मंदिर में विभिन्न पूजन के लिए शासकीय रसीद काटी जाती है। इससे मंदिर समिति को आय होती है। आने वाले दिनों में 10 जनवरी को अंगारकी चतुर्थी का महापर्व मनाया जाएगा। इस दिन सैकड़ो भक्त भातपूजा कराने आएंगे। पुजारियों के अनुसार अंगारकी चतुर्थी पर पूजन के लिए भक्त एडवांस बुकिंग करा रहे हैं। इस दिन महामंगल के पूजन का विशेष विधान है।