भोपाल ।  भेल कर्मचारियों की विभिन्न मांगों को लेकर आल इंडिया भेल एम्प्लोई यूनियन (एबु) ने काली पट्टी लगाकर विरोध जताते हुए हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। कर्मचारियों के इंसेंटिव, दो वर्ष का एसआइपी, परफार्मेंस बोनस, अनुकम्पा नियुक्ति एवं सबसिडी की पुरानी व्‍यवस्‍था के साथ कैंटीन शुरू करने समेत एक भेल, एक पालिसी सहित तक अन्य मुद्दों को समाधान करने को लेकर एबु यूनियन के पदाधिकारियों, कर्मचारियों एवं कार्यकर्ताओं के बीच इसी माह अगस्त क्रांति के रूप में आंदोलन की शुरुआत करने पर सहमति बनी थी। इसकी शुरुआत सोमवार से काली पट्टी बांधने एवं हस्ताक्षर अभियान से हुई, जो कि अब लगातार इस सप्ताह भर चलेगा। रोजाना भेल कर्मचारी कारखाने में काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं। इसके बाद सभी कर्मचारियों द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन को हर ब्लाक के जीएम को सौंपा जाएगा। जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके बाद दिल्ली भेल मुख्यालय के अधिकारियों को मांगों को लेकर ज्ञापन दिया जाएगा। इधर भेल की जेसीएम यूनियन भेक्टू-सीटू ने भेल टाउनशिप में हो रही करोड़ों रुपये की बिजली चोरी को रोकने व भेल आवासों को अवैध कब्जों से मुक्त कराने के लिए नगर प्रशासक सपन सुहाने से मुलाकात कर समस्याओं के समाधान के लिए सुझावों का पत्र दिया है। भेक्टू-सीटू के महामंत्री रंजीत सिंह एवं यूनियन मीडिया प्रभारी अतुल मालवीय ने बताया कि भेल कठिन दौर से गुजर रहा है। करीब 15 करोड़ रुपये की एक वर्ष में बिजली चोरी हो रही है। बिजली चोरी को जल्द रोका जाए, जिससे नुकसान न हो। इसके अलावा भेल आवासों में अवैध कब्जाधारी रह रहे हैं, उन्हें निकाला जाए। ऐसे सैकड़ों खाली आवासों को अन्य सरकारी संस्थानों, दुग्ध संघ, शिक्षा विभाग को किराए पर दिया जाए। इससे लाभ कमाया जाए। इसके अलावा भेल में पौधे लगाए जाए। सुरक्षा-व्यवस्था के लिए सीसीटीवी लगाए जाएं। भेल टाउनशिप की सड़क सहित अन्य समस्याओं के निराकरण कराने की मांग की है।