भोपाल । प्रदेश में नई शराब नीति के तहत एक अप्रैल से अहाते बंद होने जा रहे हैं। इसी कारण अब सड़कों पर सिरदर्द बढऩे की टेंशन है। अहातों में बैठकर शराब पीने वाले लोगों के पास कोई विकल्प नहीं बचेगा, हालांकि ब्रांडेड शराब के लिए बीयर बार होंगे। आबकारी विभाग के अफसरों से लेकर अमला शराब ठेकेदारों को रोज समझा भी रहा है कि एक अप्रैल से अहाते नहीं चलेंगे इसलिए बंद करने की पूरी तैयारी कर लें। अभी तक शहर में सड़कों पर खुलेआम व कारों में शराब पीने वालों की कमी नहीं है, आए दिन पुलिस अभियान भी चलाती है, लेकिन अब यह परेशानी और बढ़ सकती है।
वहीं आबकारी अधिकारियों के पास बीयर बार के लाइसेंस के आवेदन करने से लेकर पूछताछ करने वालों की संख्या बढ़ी है। यहां बता दें कि एक अप्रैल से अहातों को बंद किया जा रहा है। ग्वालियर जिले में 112 शराब दुकानों के अहातों को बंद कर दिया जाएगा और सिर्फ दुकान से देसी-विदेशी शराब की बिक्री होगी। आबकारी का अमला शराब ठेकेदारों से लेकर अहाता संचालकों को समझाइश देने में लगा हुआ है। ग्वालियर जिले में अब सिर्फ चार समूहों की दुकानें होना शेष हैं, जिनकी निष्पादन प्रक्रिया बुधवार को की जाएगी।

 एक्साइज डयूटी में राहत तो अहातों का फायदा घटा
शराब ठेकेदार अभी तक अहाते से महीने में औसतन एक से सवा लाख रुपये तक की मासिक आमदनी कर लेते थे, लेकिन एक अप्रैल से यह बंद हो जाएगा। वहीं इस बार एक्साइज डयूटी में भी राहत मिली है, इस साल दस प्रतिशत पर नवीनीकरण किया गया है। इस तरह सीधे देखा जाए तो ठेकेदारों को एक ओर से नुकसान तो दूसरी ओर डयूटी से कुछ राहत हुई है। एक अप्रैल से अहाते बंद किए जा रहे हैं जिसको लेकर ठेकेदारों को समझाइश दी जा रही है। यह भी सही है कि बीयर बार के लाइसेंस को लेकर ज्यादा इंक्वायरी आने लगी हैं। अब सिर्फ शराब की बिक्री की जाएगी,शराब दुकान परिसर में बैठकर नहीं शराब पी जा सकेगी। जिले के शेष समूहों की प्रक्रिया बुधवार को की जा रही है।